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एआईसी आरएनटीयू में जीएसईए अवार्ड कार्यक्रम

Location: Bhopal                                                 👤Posted By: DD                                                                         Views: 1520

Bhopal: विवेक और अक्षत ने जीता ग्लोबल स्टूडेंट आंत्रप्रेन्योर अवाॅर्ड का सिटी राउंड, अब नेशनल में करेंगे पार्टिसिपेट
विजेताओं को ईओ मेम्बर्स ने किया सम्मानित
नेशनल विजेता को मिलेगा 40 हजार डाॅलर का पुरस्कार और कैपटाउन में होने वाले फिनाले में आने जाने का खर्च
14 जनवरी, 2020। आंत्रप्रेन्योर्स ऑर्गेनाइजेशन भोपाल चैप्टर की ओर से 'ग्लोबल स्टूडेंट आंत्रप्रेन्योर अवॉर्ड्स' के क्वालिफाइंग राउंड का आयोजन आज रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय स्थित एआईसी-आरएनटीयू परिसर में किया गया। इस दौरान सलेक्टेड पांच फाइनलिस्ट ने अपना प्रजेंटेशन दिया। बेस्ट परफॉर्मेंस के आधार पर आरएनटीयू के स्टूडेंट विवेक पांडे को विनर घोषित किया गया, उन्हें 20 हजार रुपए का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। जागरण लेक सिटी के अक्षत बाहेती रनरअप रहे। उन्हंे 10 हजार रुपए का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। अब इन विजेताओं को 7-8 फरवरी को कोयंबटूर में होने वाले नेशनल राउंड में जाने का अवसर मिलेगा। यहां सफल होने वाले विजेता को अप्रैल 2020 में साउथ अफ्रीका के कैपटाउन शहर में होने वाले ग्लोबल फिनाले में पार्टिसिपेट करने का मौका मिलेगा। नेशनल विनर को पुरस्कार के रूप में 40 हजार डाॅलर और कैपटाउन आने-जाने का खर्च मिलेगा।

कार्यक्रम में शिवम मगरदे, ऋषभ दुबे और रिया गुप्ता ने भी अपना आइडिया शेयर किया, जिन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस आयडिया के लिए मिला पुरस्कार
कम्प्यूटर साइंस विद्यार्थी विवेक ने दो एप बनाए हैं। पहला एप -एग्रोआईओटी- खेती-बाड़ी में किसानों की मदद के लिए है तो दूसरा एप -कूड़ादान- शहरों में रखे डस्टबिन के भरने के पूर्व सफाई के लिए अलर्ट भेजता है। पहला एप के जरिए किसान देश के किसी भी कोने से अपने खेत की नमी से लेकर अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं व जरूरी होने पर पानी का पंप चालू व बंद कर सकते हैं। वहीं दूसरा एप सफाई संस्थाओं को एसएमएस के जरिये डस्टबिन भरने के कुछ समय पूर्व सचेत कर देता है ताकि डस्टबिन ओवरफ्लो न हो और कचरा निकाल लिया जाए। विवेक जल्द ही हिंदी भाषा देवकी नामक प्रोग्रामिंग कार्यक्रम आरंभ करने जा रहे हैं जिससे हिंदीभाषी विद्यार्थी हिंदी में ही कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग कर सकेंगे।

अक्षत ने बनाया कस्टम एजूकेशन प्रोग्राम
प्रतियोगिता के रनर अप अक्षत बाहेती ने 9 से 12 कक्षा के विद्यार्थियों के लिए चार से लेकर छह महीने की अवधि के एजूकेशन प्रोग्राम तैयार किये हैं जिनमें विद्यार्थी अपनी पढ़ाई के साथ साथ जावा, पायथन, ग्राफिक डिजायनिंग सहित विभिन्न लाइफ स्किल्स जैसे फाइनेंशियल एंड इमोशनल मैनेजमेंट आदि का प्रशिक्षण ले सकते हैं। इसमें एक्सपर्ट्स सीधे विद्यार्थियों को व्यक्तिगत स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।

इन्होंने किया विजेताओं का चयन
कार्यक्रम में श्योरविन बीपीओ सर्विसेस के मैनेजिंग डायरेक्टर अभिषेक गुप्ता, ओमेगा इंडस्ट्रीज के सीईओ हरिप्रकाश, नेटलिंक के सीईओ अनुराग श्रीवास्तव, विजन एडवायजरी के डायरेक्टर प्रदीप करम्बेलकर, अप्वांइटी के सीईओ नेमेश सिंह, बीनेस्ट के सीओओ योगेश खाखरे तथा आईआईएफएम के प्रोफेसर अमिताभ पांडे बतौर जज मौजूद रहे।

इस अवसर पर एआईसी-आरएनटीयू के डायरेक्टर श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने बताया कि सेंट लुइस यूनिवर्सिटी द्वारा 1998 में स्थापित, जीएसईए अब एक उद्यमी संगठन कार्यक्रम है। यह ऐसे छात्र उद्यमियों की मदद करता है, जिन्हें अपने व्यवसायों को सफलता के अगले स्तर तक ले जाने के लिए जरूरी सलाह, मान्यता और कनेक्शन की आवश्यकता होती है। उद्यमियों का संगठन (ईओ) 14 हजार से अधिक अग्रणी एंटरप्रेनरों का नेटवर्क है जिसके 195 चैप्टर विश्व के 61 देशों में कार्यरत हैं।

उल्लेखनीय है कि काॅलेज अथवा यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएट अथवा अंडर ग्रेजुएट पढ़ाई के साथ साथ अपना बिजनेस करने वाले विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों के 11 एंटरप्रेनर विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। इनमें से 5 विद्यार्थियों की एंट्री को अगले चरण में पहुंचाने का मौका मिला था जिसमें से 2 विद्यार्थियों को को आज सिटी राउंड अवार्ड के लिए चुना गया।

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