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कलेक्टरों और सीईओ की सीआर में दर्ज होगा ग्रामोदय की प्रगति रिपोर्ट

Location: Bhopal                                                 👤Posted By: DD                                                                         Views: 17212

Bhopal: भारतीय प्रशासनिक सेवा के जिला कलेक्टरों एवं जिला पंचायतों के भाप्रसे/राप्रसे/ग्रामीण विकास सेवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की परफार्मेन्स अप्रैजल रिपोर्ट वर्ष 2016-17 में पिछले वर्ष के ग्रामोदय की प्रगति स्पष्ट रुप से उल्लेखित होगी। इस संबंध में राज्य सरकार ने निर्देश जारी कर दिये हैं।



निर्देश में कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा समस्त भाप्रसे अधिकारियों के वर्ष 2016-17(1-4-2016 से 31-10-2016 तक) के पीएआर आनलाईन जनरेट किये जाये जाकर आनलाईन मतांकन हेतु भेजे गये हैं। वर्ष 2016-17 में दिनांक 1 नवम्बर 2016 से 31 मार्च 2017 की अवधि के वार्षिक पीएआर शीघ्र ही जनरेट किये जाकर संबंधित अधिकारी को स्वमूल्यांकन के लिये अग्रेषित किये जा रहे हैं। 31 दिसम्बर 2017 तक की अवधि में भाप्रसे अधिकारियों के पीएआर आनलाईन अभिलिखित की जाना आवश्यक है।



निर्देश में आगे कहा गया है कि राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि वर्ष 2016-17 के पीएआर में जिला कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के मूल्यांकन में पिछले वर्ष के ग्रामोदय की प्र्रगति रिपोर्ट स्पष्ट रुप से उल्लेखित की जाये। इस निर्णय पर निर्देशित किया गया है कि जिलों में पदस्थ भाप्रसे के कलेक्टर तथा भाप्रसे/राप्रसे/ग्रामीण विकास सेवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपने वर्ष 2016-17 की अवधि के गोपनीय प्रतिवेदन यानी पीएआर में ग्रामोदय की प्रगति के संबंध में तथा जिन भाप्रसे अधिकारियों द्वारा प्रतिवेदक/समीक्षक तथा स्वीकारकत्र्ता प्राधिकारी की हैसियत से मतांकन किया जाना है वे भी संबंधित जिला कलेक्टर तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पीएआर में ग्रामोदय की प्रगति के संबंध में अंकित मतांकन टीप में आवश्यक रुप से उल्लेख करें।



इस संबंध में आगर मालवा जिले के कलेक्टर डीवी सिंह का कहना है कि अन्थोनी डिसा साहब मुख्य सचिव पद से रिटायर हो रहे थे इसलिये 1 अप्रैल 2016 से 31 अक्टूबर 2016 तक की पीएआर हम लोगों ने सब्मिट कर दी थी जिसमें ग्रामोदय की प्रगति रिपोर्ट भी शामिल की गई थी और अब 1 नवम्बर 2016 से 31 मार्च 2017 तक पांच माह की पीएआर जनरेट होनी है जिसमें फिर पीएआर आनलाईन दी जायेगी लेकिन ग्रामोदय की प्रति रिपोर्ट वही होगी जो पहले दे चुके हैं। मुख्य सचिव के बाद पीएआर मुख्यमंत्री के पास जाती है जिनका अभिमत मंनुअली होता है तथा यह दिसम्बर 2017 तक केंद्र के पास भेजा जायेगा।







- डॉ नवीन जोशी

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