मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा 2022 (MPPSC Result 2022) का आखिरी रिजल्ट जारी

Place: Bhopal                                                 👤Posted By: Admin                                                         Views: 198012

Bhopal: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा 2022 में बेटियों ने फिर अपना परचम लहराया है। इस बार राजधानी भोपाल की रमशा अंसारी ने डीएसपी के पद पर चयनित होकर नया मुकाम हासिल किया। उन्होंने एमपीपीएससी की परीक्षा में 878 अंक प्राप्त किए। रमशा ने एक्सीलेंस कॉलेज से बीए इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया है। यह सफलता उन्हें तीसरे प्रयास में मिली।

पिता कृषि विभाग में यूडीसी
रमशा के पिता मोहम्मद अंसारी कृषि विभाग में यूडीसी हैं। उन्होंने बताया कि चुनौतियों को स्वीकार करना और मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रहना उनकी सफलता का फॉर्मूला रहा। रमशा रोजाना 11-12 घंटे पढ़ाई करती थीं और परिवार ने उनकी इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दोनों ही उम्मीदवारों की सफलता उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।

रीवा की आयशा ने कर दिया कमाल
वहीं रीवा की आयशा अंसारी ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल कर लिया। रीवा के अमहिया मोहल्ले में रहने वाली आयशा अंसारी ने इस परीक्षा में 2 बार असफलता हाथ लगने के बाद भी हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से पढ़ाई जारी रखी। लगातार मेहनत और लगन का नतीजा रहा कि उसने तीसरे अटेम्प्ट में बाजी मार दी और डिप्टी कलेक्टर बन गईं।

पूरी की माता पिता की आशा
आयशा की इस उपलब्धि में सबसे बड़ा योगदान उसके माता-पिता का है। इसके साथ वह इसका श्रेय पिता के दोस्तों, शिक्षकों के अलावा अपने दोस्तों को भी देती हैं। जिन्होंने हर कदम पर आयशा का साथ दिया।

पिता मुस्लिम खान पेशे से हैं ऑटो ड्राइवर
आयशा एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं। पिता मुस्लिम खान पेशे से ऑटो चालक हैं, जबकि माता ग्रहणी हैं। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बावजूद भी पिता ने कभी हार नहीं मानी और बेटी को पढ़ाकर उसे प्रशासनिक अफसर बना दिया। आयशा के माता पिता बेटी की इस उपलब्धि से खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

दुकानदार की बेटी बनी अफसर
सागर जिले की बेटी ने पांचवें अटेम्प्ट में एमपीपीएससी की परीक्षा पास कर अपने परिवार और नगर का नाम रोशन किया है। इतना ही नहीं ये खुशी तब सुनने को मिली, जब बिटिया की सगाई का कार्यक्रम चल रहा था। रिजल्ट देखते ही पूरा परिवार खुशियों से झूम उठा। नगर में चर्चा है कि हमसफर के जीवन में आते ही मिली खुशखबरी किसी सरप्राइज तोहफे से कम नहीं है। ये संघर्ष की कहानी हमें बताती है कि कभी असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि हर बार और अधिक मेहनत परिश्रम करते हुए जोर लगाना चाहिए और सही समय आते ही आपके द्वारा किया गया संघर्ष सफलता के रूप में जरूर बदलेगा।

बता दें कि पूजा जैन के पिता राजकुमार जैन की किराना की दुकान है। उन्होंने अपनी छोटी बहन रिया के साथ मिलकर एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की थी। रिया ने तो पहले ही अटेम्प्ट में परीक्षा को क्रैक कर लिया, लेकिन पूजा को सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद उन्होंने हर बार कोशिश की और अब 2022 में वे सहायक संचालक शिक्षा विभाग के पद पर चयनित हुई है।

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