19 नवंबर 2024। अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) द्वारा Google पर दबाव बनाए जाने की खबरें सामने आई हैं, जिसमें कंपनी को अपने सबसे लोकप्रिय वेब ब्राउज़र Chrome को बेचने के लिए कहा जा रहा है। DOJ का यह कदम Google के खोज व्यवसाय में एकाधिकार को तोड़ने के उद्देश्य से उठाया गया है, जिससे कंपनी के विज्ञापन कारोबार को प्रभावित करने की संभावना जताई जा रही है।
Chrome, जो वर्तमान में दुनिया का सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वेब ब्राउज़र है, Google के विज्ञापन नेटवर्क के लिए महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, DOJ का मानना है कि Google का ब्राउज़र बाजार पर अत्यधिक नियंत्रण कंपनी को अपने खोज इंजन Google Search को बढ़ावा देने में एक असंवेदनशील लाभ प्रदान करता है।
यदि Google को Chrome को बेचने के लिए मजबूर किया जाता है, तो इससे उसके विज्ञापन मॉडल में बदलाव हो सकता है, जिससे अन्य कंपनियों को प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिल सकती है। यह कदम Google के खिलाफ चल रहे व्यापक एंटी-ट्रस्ट मामलों का हिस्सा हो सकता है, जिसमें कंपनी की व्यापार प्रथाओं को लेकर जांच की जा रही है।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि अगर Chrome को अलग किया जाता है, तो इससे इंटरनेट ब्राउज़िंग की दुनिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और अन्य कंपनियों को अवसर मिलेगा। हालांकि, Google इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है और अभी तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
Google का विज्ञापन कारोबार इंटरनेट की दुनिया में प्रमुख भूमिका निभाता है, और Chrome ब्राउज़र इसकी सफलता के लिए महत्वपूर्ण घटक है। यदि DOJ का प्रस्ताव स्वीकार होता है, तो यह इंटरनेट उद्योग में एक ऐतिहासिक बदलाव का संकेत हो सकता है।
DOJ क्या है?
अमेरिकी न्याय विभाग (Department of Justice या DOJ) अमेरिका की संघीय सरकार का एक अहम विभाग है, जिसका मुख्य उद्देश्य कानूनों का पालन सुनिश्चित करना, संघीय कानूनों की रक्षा करना और देश में न्याय की स्थापना करना है। DOJ एंटी-ट्रस्ट (विपणन प्रतिस्पर्धा) कानूनों का पालन सुनिश्चित करता है और व्यापार प्रथाओं में एकाधिकार जैसी समस्याओं को रोकने के लिए जांच करता है। DOJ का एंटी-ट्रस्ट डिवीजन बड़ी कंपनियों के खिलाफ जांच करता है जो प्रतिस्पर्धा को रोकने या कम करने का प्रयास करती हैं।
इस बार DOJ ने Google के खिलाफ संभावित एकाधिकार को लेकर जांच शुरू की है, जिसमें कंपनी के सबसे प्रमुख प्रोडक्ट्स, जैसे Google Search और Chrome ब्राउज़र, पर सवाल उठाए जा रहे हैं। DOJ का कहना है कि Google का अपने ब्राउज़र Chrome पर अधिक नियंत्रण होने के कारण उसे अपने खोज इंजन Google Search के पक्ष में अनुचित लाभ मिलता है, जिससे प्रतिस्पर्धा बाधित होती है।
Google और Chrome: एक अहम संबंध
Chrome, जो वर्तमान में दुनिया का सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वेब ब्राउज़र है, Google के विज्ञापन नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। Google के विज्ञापन मॉडल को Chrome के जरिए बढ़ावा मिलता है, क्योंकि ब्राउज़र पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक आता है और इसका इस्तेमाल लोग इंटरनेट सर्च और अन्य Google सेवाओं के लिए करते हैं।
अगर DOJ का प्रस्ताव मान लिया जाता है और Google को Chrome बेचने के लिए मजबूर किया जाता है, तो इसका असर कंपनी के विज्ञापन कारोबार पर पड़ सकता है। साथ ही, इससे अन्य ब्राउज़र कंपनियों को बढ़त मिल सकती है, जो प्रतिस्पर्धा में एक नई दिशा ला सकती है।
क्या आगे हो सकता है?
DOJ का यह कदम Google के खिलाफ चल रही कई एंटी-ट्रस्ट जांचों का हिस्सा हो सकता है, जिसमें कंपनी की व्यापार प्रथाओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं। यह मामला बड़े बदलावों का संकेत दे सकता है, जिनसे इंटरनेट की दुनिया में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिल सकता है।
इस मुद्दे पर आगे की कानूनी कार्यवाही और संभावित परिणामों के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं आई है, लेकिन DOJ के कदम ने Google और अन्य तकनीकी कंपनियों को नई चुनौतियां दी हैं।
अमेरिकी न्याय विभाग की कार्रवाई से Google को झटका: Chrome ब्राउज़र बेचने का दबाव
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 1638
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