
3 जुलाई 2025। माइक्रोसॉफ्ट ने एक नई और क्रांतिकारी घोषणा करते हुए दावा किया है कि उसने ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम विकसित किया है, जो जटिल स्वास्थ्य समस्याओं के निदान में अनुभवी डॉक्टरों से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। यह प्रणाली OpenAI के नवीनतम o3 मॉडल पर आधारित है और इसे Microsoft की रिसर्च टीम ने विकसित किया है।
🩺 OpenAI से मतभेदों के बावजूद तकनीकी प्रगति
हालांकि Microsoft और OpenAI के बीच इस समय मतभेद की खबरें सुर्खियों में हैं, लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने OpenAI के अत्याधुनिक o3 मॉडल के साथ मिलकर एक उन्नत AI सिस्टम विकसित किया है, जिसे “डायग्नोस्टिक ऑर्केस्ट्रेटर” नाम दिया गया है। यह सिस्टम चिकित्सा क्षेत्र की सबसे जटिल चुनौतियों को सुलझाने में सक्षम बताया गया है।
🩺 AI बनाम डॉक्टर: किसने किया बेहतर प्रदर्शन?
Microsoft का कहना है कि यह AI प्रणाली उन नैदानिक केस स्टडीज़ में उत्कृष्ट साबित हुई, जिन्हें New England Journal of Medicine (NEJM) से लिया गया था। जहां अभ्यासरत डॉक्टर इन केस स्टडीज़ में से केवल 2 में सही निदान कर पाए, वहीं AI ने 10 में से 8 से अधिक मामलों को सही ढंग से “हल” कर लिया।
इतना ही नहीं, इस AI सिस्टम ने केवल बेहतर सटीकता दिखाई, बल्कि कम परीक्षण लागत के साथ समाधान भी दिया। Microsoft का कहना है कि इंसानी डॉक्टर NEJM जैसी जटिल केस सीरीज़ की पूरी गहराई को नहीं समझ पाते, जबकि AI के पास यह सीमा नहीं है।
🩺 “मेडिकल सुपरइंटेलिजेंस” की ओर एक कदम
Microsoft की AI टीम का कहना है कि यह प्रणाली “मेडिकल सुपरइंटेलिजेंस” की दिशा में एक अहम कदम है। AI न सिर्फ विभिन्न बीमारियों की पहचान कर सकता है, बल्कि यह विशेषज्ञता की ऐसी गहराई और चौड़ाई दिखाता है जो आज तक किसी एक इंसान में संभव नहीं रही है।
🩺 क्या डॉक्टरों की नौकरियां खतरे में हैं?
इस सवाल पर Microsoft ने स्पष्ट किया कि यह तकनीक डॉक्टरों की जगह लेने के लिए नहीं, बल्कि उनकी मदद के लिए है। “AI कभी भी इंसान की तरह रोगियों से संवाद, संवेदनशीलता और भरोसे का रिश्ता नहीं बना सकता,” कंपनी ने कहा। कंपनी का मानना है कि डॉक्टरों की भूमिका केवल निदान तक सीमित नहीं होती—वे अस्पष्टता, जटिलताओं और भावनात्मक जरूरतों से भी निपटते हैं।
🩺 2024 से चल रहा है शोध, जल्द आएगा बड़ा बदलाव
Microsoft का यह शोध प्रोजेक्ट 2024 के अंत से चल रहा है और अब इसे वैज्ञानिक जर्नल्स में समीक्षा के लिए भेजा गया है। कंपनी को उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह तकनीक वैश्विक स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह से नया आकार देगी। खासकर अमेरिका जैसे देशों में, जहां स्वास्थ्य खर्च GDP के 20% तक पहुंच गया है, यह तकनीक क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
Microsoft AI के CEO मुस्तफा सुलेमान ने The Guardian को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “यह स्पष्ट है कि हम अगले 5–10 वर्षों में इन प्रणालियों को लगभग त्रुटिहीन बना देंगे। यह वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली से एक बहुत बड़ा बोझ हटा देगा।”
Microsoft का यह दावा भविष्य की स्वास्थ्य प्रणाली की एक झलक देता है, जहां AI मानव विशेषज्ञता के साथ मिलकर और बेहतर निदान, कम खर्च और व्यापक पहुंच सुनिश्चित कर सकता है—बिना डॉक्टरों की भूमिका को खत्म किए।