×

इंडियन ऑयल स्वास्थ्य, सुरक्षा और व्यवसाय की निरंतरता के लिए काम

Location: Bhopal                                                 👤Posted By: DD                                                                         Views: 2143

Bhopal: इंडियन ऑयल स्वास्थ्य, सुरक्षा और व्यवसाय की निरंतरता के लिए काम के नियमों को लागू करता है
रायपुर 11 अप्रैल, 2020। कोविड-19 वायरस के खतरे के इस मुश्किल दौर में जहां डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और राज्य प्रशासन के लोग एक साथ मिलकर गंभीर लड़ाई में लगे हुए हैं, ऐसे समय में कई और अनसुने नायक हैं जो समान रूप से सराहनीय काम कर रहे हैं। इन नायकों द्वारा पूरे देश में आमजन के लिए आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के निरंतर प्रवाह को बनाए रखने के काम को अंजाम दिया जा रहा है।
इनमें कुछ वे हैं जो आमजन की रसोई में गैस उपलब्धता बनाये रखने का काम कर रहे हैं तो कुछ अत्यावश्यक व अन्य जरूरी सेवाओं में लगे वाहनों के पहियों को गतिमान रखकर सुचारू आवाजाही सुनिश्चित कर रहे हैं। इन लोगों में एलपीजी डिलीवरी मेन, पेट्रोल पंप अटेंडेंट, टैंकर-ट्रक ड्राइवर से लेकर इंडियन ऑयल की रिफाइनरियों के कर्मचारियों साथ साथ आपूर्ति व वितरण से जुड़े कर्मी आदि शामिल हैं।
देशव्यापी 21-दिवसीय लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से, इंडियनऑयल ने अपने कामकाज की निरंतरता सुनिश्चित करने के साथ साथ अपने सभी हितधारकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक रणनीति बनाई है।
मोबाइल संचार, डिजिटल कनेक्टिविटी और समर्पित पोर्टलों के माध्यम से गैर-महत्वपूर्ण स्थानों में कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम व्यवस्था की सुविधा के लिए त्वरित कदम उठाए गए। जबकि रिफाइनरियों, पाइपलाइनों, एलपीजी बॉटलिंग प्लांट्स, टर्मिनलों, डिपो और एविएशन फ्यूलिंग स्टेशनों सहित आपूर्ति स्थानों पर पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति बनाए रखने के लिए अनुकूलित जनशक्ति के साथ काम करना जारी है।
कॉरपोरेशन द्वारा मीडिया और सार्वजनिक घोषणाओं के माध्यम से लाखों ग्राहकों को आश्वस्त किया जा रहा है कि देश में कहीं भी ईंधन की आपूर्ति में कोई कमी नहीं है। कॉरपोरेशन के अध्यक्ष, श्री संजीव सिंह, और अन्य निदेशक वीडियो और ईमेल संदेशों के माध्यम से नियमित रूप से कर्मचारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। श्री रंजन कुमार महापात्रा, निदेशक (एचआर) की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय समिति बनाई गई है, जो कोविड -19 से संबंधित सभी मामलों से निपटने के लिए एक दैनिक रिपोर्टिंग तंत्र के साथ न केवल आवश्यक कार्यों पर, बल्कि कर्मचारी कल्याण से जुड़े पहलुओं पर भी काम करती है।

जैसा कि श्री महापात्रा कहते हैं, अप्रत्याशित समय के लिए अभूतपूर्व प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है। वर्षों से, इंडियनऑयल अनावश्यक यात्रा से बचने के लिए वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग जैसे डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर रहा है। कॉरपोरेशन अब इस तकनीक का उपयोग बड़े पैमाने पर पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों, वरिष्ठ प्रबंधन और टास्क फोर्स की टीमों, रिपोर्टिंग चैनलों और अन्य कार्यालय समूहों के साथ बैठकें व संवाद करने के लिए कर रहा है। इसका इस्तेमाल विभिन्न स्थानों पर काम करने वाली हमारी टीमों की देखभाल व हालचाल जानने के लिए भी किया जा रहा है। देशभर में फैले हमारे कर्मचारियो से एक टीम की तरह जुड़े रहने एवं कामकाज के नए तरीकों को खोजने पर हमारा ध्यान हमेशा रहता है।?

कोविड-19 सावधानियों के महत्व पर सेलिब्रिटी समर्थन के अलावा, कॉरपोरेशन अपने सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर रहा है।

सूचना-साझा करने के लिए डिजिटल तकनीक का भी लाभ उठाया जा रहा है। उदाहरण के लिए, इंडियन ऑयल के इंट्रानेट पोर्टल का उपयोग सभी स्वास्थ्य सलाह साझा करने के लिए किया जा रहा है। एक अन्य डिजिटल माध्यम के जरिए सेवानिवृत्त लोगों के जीवन प्रमाण पत्र पर की सुविधा प्रदान की जा रही है। कोई भी सेवानिवृत्त कर्मचारी ऑनलाइन या ऐप के माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र दे सकता है।
पेट्रोल पंपों के सभी स्थानों पर, इंडियन ऑयल ने कार्य, स्वच्छता और सामाजिक दूरियों के लिए एक आचार संहिता लागू की है। लोगों को इकट्ठा होने से बचने के लिए कोई भी आयोजन नहीं किया जा रहा है, और किसी भी उद्देश्य के लिए किसी भी स्थान पर लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। एक एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) विकसित की गई है, जिसमें प्रमुख स्थानों पर मास्क वितरित करने और हेंड सेनीटाइजर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। संचालन स्थानों पर, सभी प्रवेश बिंदु जैसे कि प्रवेश द्वार, कार्यालय कार्य-स्थान, नियंत्रण कक्ष मशीनरी और टैंकर-ट्रक भरने वाले क्षेत्रों को एक दिन में दो या तीन बार छिड़काव करके सेनीटाइज किया जाता है। जहां जहां संभव हो रहा है कॉरपारेशन द्वारा स्वयं हेंड सेनीटाइजर व मास्क का निर्माण भी किया जा रहा है।

इंडियन ऑयल पिछले कुछ दिनों से अपने ग्राहकों के घरों तक हर दिन औसतन 25 लाख सिलेंडर पहुंचा रहा है। एलपीजी बॉटलिंग प्लांट्स के प्रवेश पर एक प्रणाली विकसित की गई है ताकि जब भी खाली सिलिंडर ले जाने वाले ट्रक बॉटलिंग प्लांट में प्रवेश करें, तो वे छिड़काव और धूमन द्वारा सैनिटाइज हो जाएं। आपूर्ति और वितरण क्षेत्रों के पास निर्दिष्ट चिह्नों के भीतर ड्राइवरों की उचित कतार भीड़ से बचने के लिए बनाए रखी जा रही है। हेंड सेनीटाइजर की सुविधा मुख्य द्वार और कैंटीन में सुनिश्चित की जा रही है। भोजन वितरण की निगरानी की जा रही है और कैंटीन में गर्म पानी भी उपलब्ध कराया जा रहा है। पैक किए गए भोजन के साथ-साथ सुरक्षात्मक गियर जैसे कि फेस मास्क, हैंड-वॉश इत्यादि को टैंकर-ट्रक ड्राइवरों के लिए उपलब्ध कराये जा रहे हैं।

सभी स्थान कर्मियों को वायरस के संचरण से बचने के लिए सुरक्षित प्रथाओं पर स्पष्ट और अच्छी तरह से जानकारी दी जाती है। कोविड-19 के खिलाफ निवारक उपायों पर प्रति घंटा घोषणाएं सुरक्षा द्वार पर सार्वजनिक पता प्रणालियों का उपयोग करके की जाती हैं। प्लांटों में फ्लेक्स व पोस्टर के माध्यम से वायरस के संचरण से बचने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है। परिसर में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के लिए फाटकों पर थर्मल स्कैनिंग की जाती है। जागरूकता संबंधी जानकारी देने वाले पत्रक चालकों के बीच वितरित किए जाते हैं। जहां भी जरूरत हो, परिचालन स्थलों पर ठेका श्रमिकों और प्रवासी श्रमिकों के लिए ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई है। प्लांट के आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय जनता को सुरक्षा और स्वच्छता के मुद्दों के बारे में भी सलाह दी जा रही है।
वर्तमान संकट को प्रभावी ढंग से काम करने के तरीके और साधन वर्तमान स्थिति से प्राप्त अनुभवों से सीखने के आधार पर भी खोजे जा रहे हैं।

कॉरपोरेशन ने चिकित्सा बीमा पॉलिसी के तहत अपने व्यवसाय की अग्रिम पंक्ति में कार्यरत पेट्रोल पंप अटेंडेंट, पीओएल टैंकर-ट्रक ड्राइवरों, पैक्ड और बल्क एलपीजी ट्रक ड्राइवरों, एलपीजी डिलीवरीमैन, डीजीआर गार्ड्स, पाइपलाइन मार्गों आदि पर गश्त करने वालों के लिए कदम उठाए हैं। इस बीमा पॉलिसी में कोविड-19 संबंधित बीमारियों को भी शामिल किया गया है। 3.2 लाख से अधिक लोग व उनके परिवारजन - जो कि विस्तारित इंडियन ऑयल परिवार का हिस्सा हैं, को इस बीमा योजना मंे शामिल किया जाएगा।

इसी तरह, आपूर्ति श्रृंखला में लगे लोगों की कोविड-19 के कारण मृत्यु होने पर इंडियन ऑयल उनके परिजनों को 5 लाख रूपये की की सहायता प्रदान करेगा।

लॉकडाउन अवधि के दौरान दैनिक उपस्थिति को चिह्नित करने के लिए घर से काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक विशेष उपस्थिति पोर्टल विकसित किया गया है। पुराने कर्मचारियों, गर्भवती महिलाओं और चिकित्सा की स्थिति वाले लोगों जैसे सामने वाले कार्यालयों में कमजोर समूहों को उजागर नहीं करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। स्थानीय टीमें उन कर्मचारियों के परिवारों के संपर्क में रहती हैं, जो कार्यालय के काम पर और यहां तक कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी उनके स्वास्थ्य, कल्याण और समर्थन आवश्यकताओं के बाद पूछताछ करने के लिए तैनात किया जाता है।

कॉरपोरेशन ने एक विस्तृत ई-लर्निंग पोर्टल - स्वाध्याय -विकसित किया है, जिसमें इन-हाउस विशेषज्ञता के साथ बनाए गए करीब 400 ई-लर्निंग मॉड्यूल शामिल हैं। किसी भी डिवाइस पर कभी भी एक्सेस किए जा सकने वाले शिक्षण मॉड्यूल सामान्य प्रबंधन विषयों के अलावा शोधन, विपणन और पाइपलाइन परिवहन के सभी पहलुओं को कवर करते हैं।

जैसा कि इंडियन ऑयल के निदेशक (एचआर) श्री महापात्रा कहते हैं, इंडियन ऑयल एक शिक्षण संगठन बने रहने के लिये सभी तरीकों व विकल्पों को देख रहा है। हमारे कर्मचारियों ने 21-दिवसीय लॉकडाउन अवधि के दौरान 1.5 लाख से अधिक पाठ्यक्रमों का उपयोग किया और उन्हें पूरा किया है। हम काम करने वाली टीमों को सुदृढ़ करने और शिफ्टों में काम करने वाले लोगों को राहत प्रदान करने के लिए एक ही स्थान पर लोगों के अंतर-संभागीय संचालन को सुनिश्चित कर रहे हैं। अधिकांश विभागों ने रचनात्मक कार्य जैसे मैनुअल को अपडेट करना, शिक्षण सामग्री का विकास करना व वर्ष 2020-21 के लिए योजनाएं आदि बनाने के लिए काम किया है।

Related News

Latest News

Global News