8 नवंबर 2025। म्यांमार के कुख्यात साइबर धोखाधड़ी केंद्रों में फंसाए गए भारतीयों की वापसी शुरू हो गई है। पहली खेप में 270 भारतीय नागरिकों को थाईलैंड से भारत लाया गया। इनमें 26 महिलाएं भी शामिल हैं। भारतीय वायुसेना के दो विशेष विमान गुरुवार को थाई सीमा शहर माई सोत से इन्हें लेकर वापस पहुंचे।
ये सभी लोग म्यांमार से भागकर थाईलैंड पहुंचे थे, जहां उन्हें आव्रजन नियमों के उल्लंघन पर हिरासत में रखा गया था। कुल 465 भारतीयों के लौटने की उम्मीद है और बाकी लोगों को अगले सप्ताह भारत भेजा जाएगा।
भारतीय दूतावास और चियांग माई स्थित वाणिज्य दूतावास ने थाई एजेंसियों के साथ मिलकर इस निकासी अभियान को अंजाम दिया। दूतावास ने चेतावनी भी दी है कि विदेश में नौकरी तलाशने वाले भारतीय किसी भी ऑफर को स्वीकार करने से पहले उसकी सत्यता जरूर जांच लें। कई युवाओं को अच्छे पैकेज का लालच देकर इन्हीं स्कैम हब्स में काम करने के लिए ले जाया जाता है, जहां उनसे जबरन धोखाधड़ी कराई जाती है।
क्या है मामला?
म्यांमार के केके पार्क क्षेत्र में संचालित एक बड़े ऑनलाइन ठगी नेटवर्क पर अक्टूबर में सेना ने कार्रवाई की थी। छापेमारी के बाद चीन, फिलीपींस, वियतनाम, इथियोपिया, केन्या और भारत समेत कई देशों के 1500 से ज्यादा लोग वहां से भागे। इन लोगों के लिए थाई शहर माई सोत में अस्थायी कैंप बनाए गए।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व एशिया में फैले इन साइबर अपराध गिरोहों ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों को निशाना बनाया है और हर साल अरबों डॉलर ठगे जाते हैं। इनके तरीकों में फर्जी निवेश योजनाएं, ऑनलाइन रोमांस स्कैम और सोशल इंजीनियरिंग शामिल हैं।
भारतीयों को भारी नुकसान
Indian Express की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जनवरी से मई तक भारतीय नागरिक करीब 82 करोड़ डॉलर की ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए। इसमें आधी से ज्यादा रकम कंबोडिया, म्यांमार, वियतनाम, लाओस और थाईलैंड में बैठे स्कैम नेटवर्क के पास गई। भारत सरकार इन देशों के साथ मिलकर इस समस्या पर संयुक्त कार्रवाई की योजना बना रही है।
Embassy of India, Bangkok and Consulate of India in Chiang Mai in close coordination with various agencies of the Royal Thai Government have facilitated repatriation of 270 Indian nationals, including 26 women, from Mae Sot, Thailand to India by two special flights operated by… pic.twitter.com/aRPJPf9Gu7
— India in Thailand (@IndiainThailand) November 6, 2025
इससे पहले भी भारत म्यांमार-थाईलैंड सीमा से फंसाए गए 549 भारतीयों को वापस ला चुका है।
सीधे शब्दों में, डिजिटल जाल में फंसकर विदेश जाने का लालच बहुत महंगा साबित हो सकता है। सरकार की सलाह साफ है — विदेश में नौकरी का ऑफर मिले तो उसे आंख बंद करके न मानें, वरना पासपोर्ट की जगह हथकड़ी और दफ्तर की जगह साइबर जेल मिल सकती है।














