3 जनवरी 2020। प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने झाबुआ विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद अब आदिवासी क्षेत्र में 3-3 लाख रुपये के कुल छह पुरस्कार नये सिरे से घोषित कर दिये हैं। ये छहों पुरस्कार रानी दुर्गावती, वीर शंकर शाह-रघुनाथ शाह, ठक्कर बापा, जनननायक टंट्या भील, बादल भोई और जनगण श्याम के सम्मान में घोषित किये गये हैं।
ये हैं छह पुरस्कार :
इस संबंध में राज्य के आदिम जाति कल्याण विभाग ने इन छहों नये पुरस्कारों के नियम भी जारी कर दिये हैं। रानी दुर्गावती सम्मान समाज सेवा, प्रशासन एवं उद्यमिता के क्षेत्र में उपलब्धि एवं योगदान पर आदिवासी महिला को दिया जायेगा। वीर शंकर शाह-रघुनाथ शाह सम्मान आदिवासी पुरुष को समाज सेवा, प्रशासन एवं उद्यमिता के क्षेत्र में उपलब्धि एवं योगदान पर दिया जायेगा। ये दोनों पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर के होंगे परन्तु इन्हें प्राप्त करने के लिये महिला एवं पुरुष का मप्र का मूल निवासी होना जरुरी होगा। जननायक टंट्या भील सम्मान शिक्षा और खेल गतिविधियों में स्वयं के उल्लेखनीय तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये आदिवासी युवा-युवतियों को प्रदान किया जायेगा तथा यह सम्मान राष्ट्रीय स्तर का होगा परन्तु इसे प्राप्त करने के लिये मप्र का मूल निवासी होना अनिवार्य होगा। बादल भोई सम्मान सामाजिक क्षेत्र में अदम्य साहस व वीरता के लिये आदिवासी महिला/पुरुष/बाल/बालिका को दिया जायेगा तथा यह सम्मान राष्ट्रीय स्तर का होगा परन्तु इसे प्राप्त करने के लिये मप्र का मूल निवासी होना अनिवार्य होगा। जनगण श्याम सम्मान परम्परागत एवं सृजनात्मक जनजातीय कला एवं शिल्प के क्षेत्र में उपलब्धि एवं योगदान के लिये आदिवासी महिला/पुरुष को दिया जायेगा तथा यह सम्मान राष्ट्रीय स्तर का होगा परन्तु इसे प्राप्त करने के लिये मप्र का मूल निवासी होना अनिवार्य होगा। ठक्कर बापा सम्मान गरीब, पीडि़त और हर तरह से पिछड़ी मप्र राज्य अंतर्गत आदिवासी समुदाय के लोगों की प्रेम, समदृष्टि और ममतापूर्ण सेवा एवं सुदीर्घ साधना के लिये संस्था/व्यक्ति को दिया जायेगा तथा यह मप्र के लिये होगा।
उक्त छहों सम्मान आदिमजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत कार्यरत वन्या प्रकाशन के तत्वावधान में प्रति वर्ष दिये जायेंगे। इन पुरस्कारों के चयन हेतु आठ सदस्यीय पृथक-पृथक निर्णाय मंडल होंगे जिनमें विषय विशेषज्ञ रखे जायेंगे। सम्मान देने के लिये अलंकरण समारोह की तिथि एवं स्थान राज्य शासन द्वारा प्रति वर्ष निर्धारित किया जायेगा।
चार पुरस्कार पहले से स्थापित हैं :
प्रदेश में चार पुरस्कार रानी दुर्गावती राष्ट्रीय सम्मान, वीर शंकर शाह-रघुनाथ शाह राष्ट्रीय सम्मान, ठक्कर बापा राष्ट्रीय सम्मान एवं जननायक टंट्या भील राज्य स्तरीय सम्मान वर्ष 2008 से स्थापित हैं। इनमें पहले सम्मान राशि एक लाख रुपये, फिर दो लाख रुपये थी।
- डॉ.नवीन जोशी
कमलनाथ सरकार ने आदिवासी क्षेत्र में 3-3 लाख के छह पुरस्कार नये सिरे से घोषित किये
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 2227
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