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हृदय रोग के खतरे को कम किया जाना संभव हैः डाॅ. पंकज मानोरिया

Location: Bhopal                                                 👤Posted By: DD                                                                         Views: 1586

Bhopal: इस वर्ष माय हार्ट, योर हार्ट के संदेश के साथ मनेगा विश्व हृदय दिवस



27 सितम्बर 2019। हृदय रोग आज दुनिया की नंबर वन जानलेवा बीमारी है। लेकिन इस सच्चाई से मायूस होने की जरूरत नहीं है हमारे जीवन में कुछ छोटे बदलाव करके, हम हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकते है।, साथ ही साथ इससे पीड़ित लोगों केे जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं और अगली पीढ़ी के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए हमें अपने और अपने प्रियजनों के दिल की देखभाल का कदम आज ही उठाना होगा। इसी बात को ध्यान में रखकर माय हार्ट, योर हार्ट थीम पर विश्व हृदय दिवस मनाया जा रहा है।



यह बात आज आयोजित एक पत्रकार वार्ता में हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ़. पंकज मानोरिया ने दी। उन्होंने कहा कि जहां एक और शोधकर्ता और चिकित्सक इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहें हैं तो दूसरी ओर हमें भी उनकी इस लड़ाई में अपने और अपने लोगों के दिलों की देखभाल के जरिये जुड़कर हार्ट हीरो बनना होगा।



उन्होंने एक फिल्मी गीत की पंक्ति दिल तो बच्चा है जी... का उदाहरण देकर कहा कि चिकित्सा जगत खासकर दिल की चिकित्सा के मामले में इस पंक्ति का बहुत बड़ा नाता है। हममें से ज्यादातर लोगों को यह बात पता नहीं होती कि हमारी शारीरिक उम्र की तुलना में हमारे दिल की उम्र कई साल कम या ज्यादा हो सकता है। जब दिल की समस्या को लेकर युवावस्था के लोग मेरे पास आते हैं तो 80 प्रतिशत तक मामलों में एक युवा का दिल 55 साल का निकलता है। दिल की उम्र का पता कुछ जांचों के माध्यम से किया जाता है।

डाॅ. मानोरिया ने कहा कि शहर में जगह-जगह चल रहे हुक्का लाउंज युवाओं को मौत की ओर ले जा रहे हैं। हुक्का में सिगरेट से कही अधिक तंबाकू का धुंआ फेफड़ों में पहुंचता हो जोकि ज्यादा घातक होता है। यही वजह है कि आज हार्ट अटैक के 10 में से 2 मरीज 40 साल से कम उम्र के होते हैं।



उन्होंने दिल को जवां बनाये रखने के लिए संतुलित भोजन लेने, नमक का सेवन कम करने, नियमित व्यायाम करने, ताजे फल व सब्जियां खाने, स्मोकिंग और अल्कोहल से दूर रहने, सदा मुस्कुराते रहने और तनाव से बचने की सलाह दी। हार्ट डिसीज के लक्षणों के बारे में उन्होंने बताया कि तेजी से सांस लेना या बहुत कम सांस आना, सोने में दिक्कत महसूस होना, हाई ब्लड प्रेशर रहना और जल्दी थक जाना व शरीर में उर्जा की कमी महसूस होना आदि हृदय रोग की ओर इशारा करते हैं।

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