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खूब खेले और जी भर कर जीये....सरकार साथ हैं...

Location: Bhopal                                                 👤Posted By: DD                                                                         Views: 887

Bhopal: बाल दिवस पर स्कूलों में बटेंगे पर्चे

बच्चों को होनहार बनाने की दी जायेगी टिप्स

2 नवंबर 2019। आने वाली 14 नवम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिवस पर आयोजित होने वाले बाल दिवस पर राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी के संदेश वाले रंगीन पर्चे कक्षा पहली से कक्षा आठवीं तक के बच्चों को अभिभावकों को बांटे जायेंगे। इन पर्चों में बच्चों को होनहार बनाने के टिप्स दिये जायेंगे।
राज्य शिक्षा केंद्र ने इस संबंध में तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। सभी जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि इन पर्चों का मुद्रण वे जिला स्तर पर करायें तथा इसके व्यय की प्रतिपूर्ति एसएसए- समग्र शिक्षा अभियान की वार्षिक कार्ययोजना 2019-20 में शाला प्रबंधन समिति प्रशिक्षण हेतु स्वीकृत राशि में से करें।
ऐसा होगा पर्चा :
राज्य शिक्षा केंद्र ने पर्चे का प्रारुप भी जिला कलेक्टरों को भेजा है। उन्हें बताया गया है कि पर्चे का आकार ए-4, कागज 70 जीएसएम व्हाईट मेपलीथो पेपर, रंग बहुरंगी, सीलिंग व्यय एक रुपये प्रति पर्चा होगा।
यह लिखा होगा पर्चे में :
पर्चे का मजमून इस प्रकार होगा। प्रिय अभिभावक महोदय, हम सभी चाहते हैं कि हमारे बच्चे होनहार बनें। खूब पढ़ें, खूब खेलें, खुलकर जीयें और जीवन में खूब आगे बढ़ें। इस दिशा में, आपकी सरकार हरसंभव कार्य कर रही है। आपका सक्रिय सहयोग भी, बच्चों के व्यक्तित्व के सर्वागींण विकास में आवश्यक है। कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु हैं जिन पर नियमित ध्यान देने का आप से अनुरोध है। यथा- बच्चे को हर दिन स्कूल भेजें। घर में बच्चे के लिये सुविधाजनक एवं शांत पढऩे का स्थान और समय तय करें और रोज उसी समय पढऩे की आदत डालें। जब बच्चा पढ़ाई करे उसे उस समय डिस्टर्ब न करें। पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को हर दिन घर पर कम से कम आधा घंटा पढऩे बिठायें। छठवीं से आठवीं कक्षा के बच्चों को हर दिन घर पर कम से कम एक घण्टा पढऩे बिठायें। आठवीं से दसवीं कक्षा के बच्चों को हर दिन कम से कम दो घण्टा पढऩे बिठायें। स्कूल से घर आने पर बच्चे से स्कूल में हुई गतिविधियों पर चर्चा करें। कक्षा में क्या गृह कार्य मिला है, इस पर बात करें व उसे पूरा करने में बच्चे की सहायता करें। प्रत्येक अभिभावक शिक्षक बैठक में अवश्य शामिल हों। बच्चों को अन्य गतिविधियों जैसे संगीत, कला, खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित करें। यदि बच्चों को कोई विषय समझ नहीं आ रहा है तो उसे अपने से बड़े छात्रों, भाई-बहनों या शिक्षक से उस विषय को समझने के लिये प्रेरित करें। यदि बच्चे को कोई विशेष समस्या आ रही हो तो शिक्षक के साथ मिलकर उसे सुलझाने की कोशिश करें। पर्चे के अंत में उक्त बातें बताने वाले स्कूल शिक्षा मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी का नाम लिखा होगा।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान की राशि से ये पर्चे जिला कलेक्टरों द्वारा मुद्रित करायें जायेंगे। पर्चे में कक्षा आठवीं से कक्षा दसवीं के बच्चों के बारे में भी लेख है तो इसे दिखवाती हूं क्योंकि हमने सिर्फ कक्षा पहली से कक्षा आठवीं तक के बच्चों के अभिभावकों को ही बाल दिवस पर ये पर्चे बांटने के लिये कहा है।



(डॉ. नवीन जोशी)

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