भोपाल: 25 अगस्त 2023। प्रदेश के गुना जिले में अशोकनगर मार्ग पर केंट एरिया में बनी हवाई पट्टी वन भूमि पर बनी है। इसकी जानकारी मिलने पर गुना वनमंडल के डीएफओ ने पत्राचार शुरु कर दिया है। नियमानुसार, वन संरक्षण अधिनियम के तहत इसके लिये आवेदन कर केंद्र सरकार से अनुमति ली जाना चाहिये, क्योंकि वन भूमि पर बिना अनुमति कोई निर्माण नहीं हो सकता है।
दरअसल, उक्त हवाई पट्टी करीब पच्चीस साल पहले तत्कालीन सीएम दिग्विजय सिंह सरकार में बनाई गई थी, लेकिन इस बात का ध्यान नहीं रखा गया कि वह वन भूमि है। इस हवाई पट्टी को एक निजी एजेंसी को विमान प्रशिक्षण चलाने के लिये दिया गया है।
ऐसे सामने आई जानकारी :
दरअसल, कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने चार माह पहले विधानसभा में 2 मार्च 2023 को सवाल पूछा था कि प्रदेश के कितने वनमंडलों में हेलीपेड एवं रनवे हैं। परन्तु इसका उस समय वन विभाग ने जवाब न देकर कहा था कि जानकारी एकत्रित की जा रही है। इससे यह सवाल अपूर्ण प्रश्नों की सूची में चला गया। परन्तु अब इस सवाल का जवाब वन विभाग ने विधानसभा सचिवालय को भेज दिया है। जवाब में बताया गया है कि झाबुआ वनमंडल में एक तथा कूनो वन्यप्राणी वनमंडल में 5 हेलीपेड बने हैं जबकि गुना वनमंडल में रनवे यानि हवाई पट्टी है। यह जानकारी पीसीसीएफ कार्य आयोजना एवं वन भू अभिलेख शाखा द्वारा भेजी गई है। इस जानकारी में यह भी बताया गया है कि सतना वनमंडल में 34, वन विहार भोपाल में 90, सतपुड़ा टाईगर रिजर्व में 5, कूनो वन्यप्राणी वनमंडल में एक, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के कोर जोन में 7 तथा संजय टाईगर रिजर्व सीधी के कोर जोन में 5 बाड़े बने हुये हैं जो वन्यप्राणियों को रखने के काम में आते हैं।
- डॉ. नवीन जोशी
गुना की हवाई पट्टी वन भूमि पर बनी निकली, डीएफओ ने पत्राचार शुरु किया
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
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