×

मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव जो रामचरितमानस को बना चुके हैं सिलेबस का हिस्सा

Location: भोपाल                                                 👤Posted By: prativad                                                                         Views: 892

भोपाल: 11 दिसंबर 2023। मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को विधायक दल की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि बैठक में वह पीछे की पंक्ति में बैठे हुए थे, तभी उनके नाम की घोषणा हुई। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है और वह प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।

मोहन यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में छोटे से छोटे कार्यकर्ता को भी बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है। उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें यही सिखाया गया है कि जो भी काम दिया जाए, उसे सहजता से लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन सभी ने उन्हें इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए चुना है।

मोहन यादव ने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रदेश में विकास के कार्यों को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के आदर्शों पर चलकर प्रदेश को एक विकसित राज्य बनाने का प्रयास करेंगे।

'छोटे कार्यकर्ता' को चुनने के लिए पार्टी को दिया धन्यवाद
यादव ने 2004-2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। यह धार्मिक शहर हर 12 साल में सिंहस्थ (कुंभ) मेले का आयोजन करता है। यादव की पत्नी का नाम सीमा यादव है और उनके दो बेटे और एक बेटी है। भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के तुरंत बाद यादव ने कहा कि वह राज्य के लोगों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए काम करेंगे और एक 'छोटे कार्यकर्ता' पर विश्वास जताने के लिए पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद दिया।

मोहन यादव का राजनीतिक सफर
मोहन यादव का जन्म 25 मार्च, 1965 को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में हुआ था। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं।

मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। उन्होंने 2018 के चुनाव में भी जीत हासिल की। 2020 में भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया था।

वर्ष 2021 में, यादव ने स्नातक (बीए) के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए दर्शन विषय के तहत हिंदू महाकाव्य 'रामचरितमानस' के पाठ को एक वैकल्पिक (वैकल्पिक) पाठ्यक्रम के रूप में शामिल करने की घोषणा की थी। उन्होंने राज्य विश्वविद्यालयों में कुलपति पद के हिंदी नामकरण का नाम 'कुलपति' से 'कुलगुरु' करने का प्रस्ताव भी रखा था।

युवा अवस्था से RSS से जुड़े हैं मोहन यादव
यादव ने एलएलबी और एमबीए की डिग्री के अलावा डॉक्टरेट (पीएचडी) की डिग्री भी हासिल की। हिंदूवादी संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा, यादव युवा अवस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे और 1993 से 1995 तक वह उज्जैन शहर में इसके पदाधिकारी थे। वर्ष 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए यादव ने 2011-13 तक मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एमपीटीडीसी) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वह 2018 और फिर 2023 में इस सीट से दोबारा चुने गए। शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री यादव ने 17 नवंबर को हुए चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार चेतन यादव को 12,941 वोटों के अंतर से हराया।

मोहन यादव को भाजपा का एक कद्दावर नेता माना जाता है। वह पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।

Madhya Pradesh, MP News, Madhya Pradesh News, Hindi Samachar, prativad.com



Related News

Latest News

Global News