भोपाल: जिस से बड़ा खुलासा हुआ है कि मुशर्रफ से लेकर राष्ट्रपति जरदारी तक, पाकिस्तान के 17000 अरबपतियों ने दुबई में खरीदे हुए हैं 23000 घर। मुझे नहीं मालूम था कि पाकिस्तान में 17000 अरबपति हैं। हमारे देश भारत में तो गिने -चुने ही हैं और हम दिन पर दिन तरक्की की तरफ अग्रसर हैं और वो इतने सारे अरबपति होने पर भी अपनी जनता और अपने देश को किस ओर ले जा रहें हैं ये अपने आप में ही बड़ा सवाल है ?
आइये देखते हैं क्या है अहम् ख़बर। हाल ही में दुबई में दुनिया भर से लोगों की प्रॉपर्टी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। एक खोजी पत्रकारिता प्रोजेक्ट जिसका नाम है 'दुबई अनलॉक्ड' उसने खुलासा करते हुए एक लिस्ट जारी की है, जिसमें राजनीतिक हस्तियां, विश्व स्तर पर प्रतिबंधित लोग, मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले और अपराधी शामिल है।
इस लिस्ट में पाकिस्तानी भी भरे पड़े हैं। जहां पाकिस्तान के कुछ नेताओं समेत पाकिस्तानियों की कुल संपत्ति 11 अरब डॉलर है। यह प्रॉजेक्ट 'दुबई अनलॉक्ड' है, जो कि दुबई में 2020-22 तक सैकड़ों हजारों संपत्तियों का विस्तृत अवलोकन और उनके स्वामित्व या इस्तेमाल के बारे में जानकारी देता है।
इस लिस्ट में पाकिस्तानियों की बात करें तो राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के तीन बच्चे, हुसैन नवाज शरीफ, गृह मंत्री मोहसिन नकवी की पत्नी, चार सांसद और सिंध और बलूचिस्तान की विधानसभाओं के आधा दर्जन से ज्यादा विधायक हैं। लिस्ट में पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ, पूर्व पीएम शौकत अजीज और एक दर्जन से ज्यादा रिटायर्ड सेना के जनरलों के साथ-साथ एक पुलिस प्रमुख, एक राजदूत और एक वैज्ञानिक भी शामिल हैं। जिनमें से या तो इन्होंने सीधे अपने नाम पर प्रॉपर्टी खरीदी है या फिर अपने बच्चों और पत्नी के नाम पर।
साल 2014 में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को विदेशी संपत्ति तोहफे में मिली थी। मजे की बात तो यह है कि 2018 में जब उन्होंने इसकी घोषणा की, तब तक यह किसी दूसरे को गिफ्ट में दे दी गई थी। पाकिस्तान के ओमनी ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी असलम मसूद और उनकी पत्नी के पास भी कई संपत्तियां हैं।
पाकिस्तान के जियो न्यूज ने लिस्ट में शामिल सभी लोगों को अपना पक्ष रखने के लिए सवाल भेजा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। अल्ताफ खनानी नेटवर्क जिस पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने के कारण अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया, वह भी लिस्ट में है। रावलपिंडी का एक डॉक्टर हामिद मुख्तार शाह का नाम भी लिस्ट में है, जो पाकिस्तानी मजदूरों के अपहरण, हिरासत में लेने और उनकी किडनी निकालने में शामिल होने के कारण अमेरिका को ओर से प्रतिबंधित किया गया था।
हालांकि यहाँ भी भारतीय पाकिस्तान से बाजी मार ले गए। इसी रिपोर्ट के मुताबिक दुबई में आवासीय प्रॉपर्टी खरीदने के मामले में भारतीय सभी विदेशियों में सबसे आगे हैं। 29,700 भारतीयों लोगों के पास 35,000 प्रॉपर्टी है। पाकिस्तानी दूसरे नंबर पर है। यहाँ 23,000 आवासीय संपत्तियों को 17,000 लोगों ने खरीदा। पाकिस्तानियों के बाद ब्रिटेन और सऊदी के नागरिक हैं।
{Note --- सेंटर फॉर एडवांस डिफेंस स्टडीज को मिले डेटा के आधार पर 58 देशों के 74 मीडिया हाउस ने यह रिपोर्ट तैयार की है। इसीलिए इस रिपोर्ट को 'दुबई अनलॉक्ड' नाम दिया गया है। इसमें 2020-22 तक दुबई में विदेशियों की संपत्ति की डीटेल साझा की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस लिस्ट सबसे ऊपर भारतीयों का नाम है। भारत के 29 हजार 700 लोगों के पास दुबई में 35 हजार प्रॉपर्टीज हैं। इनकी कीमत 1.42 लाख करोड़ रुपए है। संपत्ति के मामले में दूसरे नंबर पर पाकिस्तान है। यहां के 17 हजार लोग करीब 23 हजार प्रॉपर्टीज के मालिक हैं। इनकी कुल कीमत 91.8 हजार करोड़ है।
इसी रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पास दुबई में 2 हजार करोड़ की संपत्ति है। वहीं लुलु ग्रुप के चेयमैन एमए यूसुफ अली और उनके परिवार के पास 585 करोड़ की प्रॉपर्टी है। इस लिस्ट में अरबपति गौतम अडाणी के भाई का भी नाम है। इसके अलावा बॉलीवुड स्टार्स जैसे शाहरुख खान, अनिल कपूर और शिल्पा शेट्टी भी दुबई में करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। इसी रिपोर्ट के अनुसार, 2022 के आंकड़ों के हिसाब से दुबई में विदेशियों के पास कुल 160 अरब डॉलर की संपत्ति है।
रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2014 में अब्दुल गनी माजिद नाम के व्यक्ति ने दुबई का एक पेंटहाउस जरदारी को तोहफे में दिया था। इसकी कीमत तब 2.74 हजार करोड़ रुपए थी। बाद में राष्ट्रपति ने यह संपत्ति अपनी बेटी को तोहफे में दे दी। जरदारी के बेटे और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के पास भी दुबई में प्रॉपर्टी है।
(Most Important Point - जापानी मीडिया निक्केई एशिया ने दुबई अनलॉक्ड रिपोर्ट के हवाले से बताया कि दुबई में कई आतंकी संगठन के सदस्यों के पास भी लाखों-करोड़ों की संपत्ति है। इनमें हूती विद्रोहियों और लेबनान से ऑपरेट होने वाले हिजबुल्लाह संगठन के सदस्यों का नाम शुमार है।
हिजबुल्लाह संगठन के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी अली ओसीरान के पास बुर्ज खलीफा में एक प्रॉपर्टी है। वहीं ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स भी दुबई में संपत्ति के मालिक हैं। इस लिस्ट में जापान के 1 हजार ऐसे लोगों का भी नाम हैं, जिन पर गैर-कानूनी काम करने का आरोप है।)
दुबई में 2022 के बाद से साढ़े 4 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदने पर आसानी से यहां लंबे समय के लिए वीजा मिल जाता है। वीजा नियमों में इस बदलाव के बाद दुबई रियल एस्टेट ने 2022 में खरीद वैल्यू में 76.5% और संख्या में 44.7% की वृद्धि दर्ज की। रियल एस्टेट सेक्टर में निवेशकों की संख्या सिर्फ एक साल में ही 53% तक बढ़ी, जो एक रिकॉर्ड था।}
- मनु चौधरी
सौजन्य - मीडिया रिपोर्ट्स और इंटरनेट
बड़ा सवाल - आखिर ये 'दुबई अनलॉक्ड' क्या है ?
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
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