
3 जून 2025। मध्यप्रदेश सरकार ने पचमढ़ी अभयारण्य का नाम बदलकर अब "राजा भभूत सिंह पचमढ़ी अभयारण्य" रखने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह सम्मान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आदिवासी नायक राजा भभूत सिंह के प्रकृति प्रेम, साहस और बलिदान को समर्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजा भभूत सिंह 1857 की क्रांति में तात्या टोपे के मुख्य सहयोगी रहे और 1860 तक अंग्रेजों से सशस्त्र संघर्ष करते रहे। अंततः अंग्रेजों ने उन्हें गिरफ्तार कर फांसी दे दी। उनकी वीरता की कहानियाँ आज भी कोरकू समाज के लोकगीतों और जनजीवन में जीवित हैं।
राजा भभूत सिंह की गाथा को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के उद्देश्य से पचमढ़ी में यह ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। अभयारण्य में उनके जीवन और योगदान से जुड़ी जानकारियों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
अनुसूचित जनजाति सम्मेलन और जनकल्याण कार्यक्रमों की श्रृंखला
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि जून माह में तीन प्रमुख जनजातीय सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे:
7 जून, बजाग (डिण्डौरी): बैगा सम्मेलन
9 जून, ब्यौहारी (शहडोल): कोल सम्मेलन
18 जून, कोलारस (शिवपुरी): सहारिया सम्मेलन
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों को रेखांकित करने हेतु 9 से 21 जून तक प्रदेशभर में जनकल्याण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
महिला सशक्तिकरण सम्मेलन पर मंत्रि-परिषद की बधाई
मुख्यमंत्री को 31 मई को भोपाल में आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन की शानदार सफलता के लिए मंत्रि-परिषद के सभी सदस्यों ने बधाई दी। महिला मंत्रियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए मार्गदर्शन के अनुसार महिला सशक्तिकरण के कार्यों को और गति दी जाएगी।
जल संरक्षण में मध्यप्रदेश ने रचा कीर्तिमान
मुख्यमंत्री ने बताया कि जल संचय - जन भागीदारी अभियान के तहत खंडवा जिला देश में प्रथम स्थान पर रहा है, जबकि राज्य स्तर पर मध्यप्रदेश ने चौथा स्थान हासिल किया है। उन्होंने मंत्रियों से जल गंगा संवर्द्धन अभियान (30 अप्रैल - 30 जून) में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
उज्जैन में 5 जून को हेल्थ एंड वेलनेस समिट
डॉ. यादव ने जानकारी दी कि 5 जून को उज्जैन में हेल्थ एंड वेलनेस समिट का आयोजन होगा। इसमें योग, आयुर्वेद, मानसिक स्वास्थ्य और अध्यात्म जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इस समिट का उद्देश्य मध्यप्रदेश को वैश्विक वेलनेस हब बनाना है।
मंत्रि-परिषद की बैठक: इतिहास और संस्कृति का संगम
पचमढ़ी के राजभवन में आयोजित मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे मातरम् से प्रारंभ हुई और जन-गण-मन के साथ संपन्न हुई। बैठक में सतपुड़ा अंचल की सांस्कृतिक विरासत और राजा भभूत सिंह पर केंद्रित डॉक्युमेंट्री भी दिखाई गई। मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों का स्वागत पारंपरिक कोरकू प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्रों के साथ किया गया।