
10 जून को होगा "सूर्य मित्र कृषक फीडर योजना" समिट, किसान बन सकेंगे बिजली उत्पादक
9 जून 2025। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला ने कहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार अब छोटे निवेशकों और किसानों को सौर ऊर्जा उत्पादन का अवसर देने जा रही है। “सूर्य मित्र कृषक फीडर योजना” के माध्यम से अब किसान भी सौर ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश कर लाभ कमा सकते हैं और खुद "बिजली उत्पादक" बन सकते हैं।
मंत्री श्री शुक्ला ने बताया कि योजना के तहत विद्युत सब-स्टेशनों की 100% क्षमता तक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। इससे स्थानीय उद्यमियों और निवेशकों को रोजगार और आय के अवसर मिलेंगे। सरकार इन परियोजनाओं के लिए 25 वर्षों तक बिजली क्रय अनुबंध करेगी। किसानों को इससे दिन में सस्ती और नियमित बिजली मिलेगी, जिससे आर्थिक सशक्तिकरण को बल मिलेगा।
अधिकारी वर्ग की प्रस्तुति
अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव ने पत्रकार वार्ता में योजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह योजना न केवल किसानों को सशक्त बनाएगी बल्कि प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस अवसर पर एमपी ऊर्जा विकास निगम के एमडी श्री अमनवीर सिंह बैंस भी उपस्थित रहे।
योजना का उद्देश्य और कार्यप्रणाली
योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को दिन के समय बिजली उपलब्ध कराना है।
इससे सब-स्टेशनों पर लोड संतुलन में मदद मिलेगी और अतिरिक्त खर्च में भी कमी आएगी।
म.प्र. पावर मैनेजमेंट कंपनी को कम दर पर बिजली उपलब्ध होगी जिससे कृषि सब्सिडी का भार कम किया जा सकेगा।
साथ ही ट्रांसमिशन हानियों में कमी और ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित होगी।
प्रमुख तथ्य एवं उपलब्धियां
अब तक 80 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजनाएं स्थापित हो चुकी हैं, जिनसे 16,000 से अधिक कृषि पंप सौर ऊर्जा से संचालित हो रहे हैं।
240 मेगावाट की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं और 200 मेगावाट प्रक्रियाधीन हैं — कुल मिलाकर 520 मेगावाट की स्थापना से एक लाख पंप होंगे सौर चालित।
पीएम कुसुम योजना के तहत 3.45 लाख पंपों का लक्ष्य है, जिनमें से 1 लाख पूरे हो चुके हैं।
निवेश और अवसर
1900 से अधिक सब-स्टेशनों पर 14,500 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं स्थापित करने की योजना।
एग्रीकल्चर इन्फ्रा फंड से 7 वर्षों तक 3% ब्याज में ऋण सुविधा।
निवेशकों को आसान लोन, तकनीकी सहयोग और संचालन हेतु बैंकों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ समझौते (MoU) किए गए हैं।
हाल ही में GIZ के सहयोग से 100 से अधिक संयंत्र डेवलपर्स के लिए प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया।
10 जून को होगा समिट
"सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना समिट" आगामी 10 जून को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान परियोजना के विकासकों, निवेशकों और अन्य हितधारकों को तकनीकी और वित्तीय जानकारी दी जाएगी।
👉 विशेष आकर्षण:
1200 मेगावाट तक की सौर परियोजनाओं के लिए सब्सिडी विकल्प
लोकल उद्यमियों को निवेश और रोजगार के लिए सुनहरा अवसर