23 दिसंबर 2025। पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने कहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश के सांस्कृतिक पुनर्जागरण और पर्यटन विस्तार के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार की प्राथमिकता है कि मध्यप्रदेश को देश ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित किया जाए।
मंगलवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में “विकास और सेवा के दो वर्ष” विषय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में राज्य मंत्री लोधी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सांस्कृतिक पुनर्जागरण के दौर से गुजर रहा है और मध्यप्रदेश इसमें अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि बीते वर्ष प्रदेश में 14 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आगमन हुआ, जो पिछले वर्षों की तुलना में करीब 25 प्रतिशत की वृद्धि है। यह देश में सबसे अधिक मानी जा रही है। पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग को पिछले दो वर्षों में 18 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं।
राज्य मंत्री ने बताया कि धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में 900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 20 सांस्कृतिक और धार्मिक लोकों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें से अधिकांश परियोजनाएं अंतिम चरण में हैं। ओंकारेश्वर में अद्वैत वेदांत दर्शन को समर्पित एकात्म धाम और अद्वैत लोक परियोजना के लिए 2400 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है। यहां आचार्य शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा पहले ही स्थापित की जा चुकी है।
ग्रामीण पर्यटन पर सरकार का विशेष फोकस रहा है। बीते दो वर्षों में 400 से अधिक होम-स्टे शुरू किए गए हैं, जिससे ग्रामीण परिवारों को 7 करोड़ रुपये से अधिक का सीधा लाभ मिला है। सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 1000 होम-स्टे तक ले जाने का है।
पर्यटन में निवेश बढ़ाने के लिए रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव और मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट जैसे आयोजनों के जरिए करीब 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। आने वाले समय में सरकार प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन का योगदान 10 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
राज्य मंत्री लोधी ने कहा कि उज्जैन, भोपाल, इंदौर और महेश्वर को यूनेस्को क्रिएटिव सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में काम जारी है। इसके साथ ही प्रदेश में स्थित विश्व धरोहर स्थलों की संख्या बढ़ाने के लिए यूनेस्को को नए नामांकन प्रस्ताव भेजे गए हैं।
पत्रकार वार्ता में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के अपर प्रबंध संचालक डॉ. अभय अरविंद बेडेकर, संस्कृति विभाग के संचालक एन. पी. नामदेव और विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।














