भोपाल: नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म 'हड्डी' ट्रांसजेंडर समुदाय की एक महत्वपूर्ण कहानी है। फिल्म इलाहाबाद के रहने वाले हड्डी (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) की कहानी है, जिसे बचपन से ही परिवार और समाज से नकार दिया जाता है। वह ट्रांसजेंडर होने के कारण प्रताड़ित और अपमानित होता है। लेकिन वह अपने जीवन में सफल होने और समाज में अपनी जगह बनाने के लिए लड़ता रहता है।
फिल्म की शुरुआत में हड्डी को एक ऐसे ट्रांसजेंडर समुदाय के बीच दिखाया जाता है जो अपराध और हिंसा से जुड़ा हुआ है। वह इस समुदाय में एक अलग व्यक्ति है, जो पढ़ना-लिखना चाहता है और एक अच्छा इंसान बनना चाहता है। वह अम्मा (इला अरुण) से मदद लेता है, जो उसे पढ़ाती-लिखाती है और उसे एक अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करती है।
हड्डी की जिंदगी में तब बदलाव आता है जब वह प्रमोद अहलावत (अनुराग कश्यप) नाम के एक राजनेता से मिलता है। प्रमोद एक लालची और क्रूर व्यक्ति है जो अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। वह हड्डी को अपने गैंग में शामिल होने के लिए मजबूर करता है।
फिल्म का दूसरा भाग बदला लेने की कहानी है। हड्डी प्रमोद से बदला लेने के लिए एक योजना बनाता है। वह प्रमोद के अपराधों को उजागर करने और उसे सजा दिलाने की कोशिश करता है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हड्डी के किरदार को पूरी तरह से जीया है। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति की बेबसी और ताकत को खूबसूरती से दर्शाया है जो अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना करता है। अनुराग कश्यप ने प्रमोद के किरदार में एक खलनायक की छवि को पूरी तरह से उभारा है।
हालांकि, फिल्म की कहानी कुछ कमजोर है। फिल्म का पहला भाग काफी उलझा हुआ है और कहानी का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है। फिल्म का दूसरा भाग कुछ हद तक बेहतर है, लेकिन अंत कुछ निराशाजनक है।
कुल मिलाकर, 'हड्डी' एक महत्वपूर्ण फिल्म है जो ट्रांसजेंडर समुदाय के जीवन को दर्शाती है। फिल्म में नवाजद्दीन सिद्दीकी की दमदार एक्टिंग एक बड़ी ताकत है। हालांकि, फिल्म की कहानी कुछ कमजोर है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की एक्टिंग:
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हड्डी के किरदार को पूरी तरह से जीया है। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति की बेबसी और ताकत को खूबसूरती से दर्शाया है जो अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना करता है। हड्डी के रूप में, नवाज ने एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति की जटिल भावनाओं को समझने और उन्हें व्यक्त करने में सफलता हासिल की है।
अनुराग कश्यप की एक्टिंग:
अनुराग कश्यप ने प्रमोद के किरदार में एक खलनायक की छवि को पूरी तरह से उभारा है। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति की क्रूरता और स्वार्थ को दर्शाया है जो अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। प्रमोद के रूप में, अनुराग ने एक ऐसा किरदार निभाया है जिसे दर्शक कभी नहीं भूलेंगे।
फिल्म की कहानी:
फिल्म की कहानी कुछ कमजोर है। फिल्म का पहला भाग काफी उलझा हुआ है और कहानी का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है। फिल्म का दूसरा भाग कुछ हद तक बेहतर है, लेकिन अंत कुछ निराशाजनक है।
निष्कर्ष:
कुल मिलाकर, 'हड्डी' एक महत्वपूर्ण फिल्म है जो ट्रांसजेंडर समुदाय के जीवन को दर्शाती है। फिल्म में नवाजद्दीन सिद्दीकी की दमदार एक्टिंग एक बड़ी ताकत है। हालांकि, फिल्म की कहानी कुछ कमजोर है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की दमदार एक्टिंग से 'हड्डी' में ट्रांसजेंडर समुदाय की सच्चाई आई सामने, लेकिन कहानी रही कमजोर
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
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