उड़द और मूंग की खरीदी का कैलेण्डर जारी
10 जुलाई 2019। वर्ष की दो प्रमुख फसलों रबी और खरीफ के बीच उगाई जाने वाली जायद फसल के अंतर्गत उड़द और मूंग की प्राईस सपोर्ट स्कीम में कृषि उपज मंडियों में खरीदी हेतु राज्य सरकार ने कैलेण्डर जारी कर दिया है।
ज्ञातव्य है कि रबी और खरीफ के बीच ग्रीष्मकालीन फसलें उगाई जाती हैं जिन्हें जायद फसलें कहा जाता है। अब इन जायद फसलों में उड़द और मूंग की खरीदी हेतु राज्य सरकार ने जो कैलेण्डर जारी किया है ,उसके अन्तर्गत उड़द की बोआई फरवरी अंत से मार्च तक है और कटाई का समय 15 मई से जून के प्रथम सप्ताह तक है। कृषि उपज मंडियों में इनकी सर्वाधिक आवक जून से जुलाई तक रहती है। इसीलिये इनकी खरीदी जून के अंतिम सप्ताह से जुलाई तक की जायेगी।
इसी प्रकार, मूंग की बोआई फरवरी अंत से मार्च तक होती है और कटाई 15 मई से जून के प्रथम सप्ताह तक होती है। कृषि उपज मंडियों में इनकी सर्वाधिक आवक अक्अूबर से दिसम्बर तक होती है इसलिये इनकी भी मंडियों में खरीदी हेतु जून के अंतिम सप्ताह से जुलाई तक निर्धारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्राईज सपोर्ट स्कीम में इन फसलों की समर्थन मूल्य पर मंडियों में खरीदी की जाती है। जो भावंतर आता है उसका फ्लेट 500 रुपये प्रति क्विंटल अजग से किसानों को दिया जाता है।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि उड़द एवं मूंग की जायद फसलों की मंडियों में प्राईज सपोर्ट स्कीम के तहत खरीदी का कैलेण्डर शासन स्तर पर जारी हुआ है। अब इसकी खरीदी हेतु मंडियों को निर्देश जारी करेंगे। पिछली सोयाबीन खरीदी का भावांतर अभी तक किसानों को भुगतान नहीं हुआ है।
- डॉ. नवीन जोशी
रबी और खरीफ के बीच उगाई जाने वाली...
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 2456
Related News
Latest News
- सिलिकॉन वैली के अरबपति ‘डिज़ाइनर बेबी’ मिशन पर? जीन एडिटिंग स्टार्टअप ने बढ़ाई हलचल
- 'देश के दुश्मनों के सुर में सुर मिलाती है कांग्रेस..,' बिहार में गरजे सीएम डॉ. मोहन, बोले- विपक्ष ने कराए हिंदु-मुस्लिम दंगे
- इज़रायल ने तैनात की अपनी गेम-चेंजर लेज़र रक्षा प्रणाली
- भारत एशिया-प्रशांत में एआई बॉट गतिविधि का सबसे बड़ा निशाना, दुनिया में ऑटोमेटेड ट्रैफिक 300% बढ़ा: रिपोर्ट
- करण जौहर ने कैटरीना-विक्की को बेटे के जन्म पर दी बधाई, AI फोटो हुई वायरल
- 'चुनाव बिहार में लेकिन पप्पू पचमढ़ी में...' सीएम डॉ. मोहन ने भरी हुंकार, कहा- कांग्रेस की हालत बिन दूल्हे की बारात की तरह














