
28 अप्रैल 2025। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने घोषणा की है कि बिहार के सात जिलों — गोपालगंज, सिवान, मधुबनी, दरभंगा, बेगूसराय, गया और मोतिहारी — में 50 बेड वाले एकीकृत आयुष अस्पतालों का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा। यह पहल आयुष्मान आरोग्य मंदिर योजना के तहत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में राज्य का स्वास्थ्य विभाग लगातार उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। पटनासिटी के नवाब मंजिल में 50 बेड का एकीकृत आयुष अस्पताल पहले ही तैयार हो चुका है। इसके अलावा, राज्य आयुष समिति आयुष आरोग्य मंदिरों में पैथोलॉजी जांच की सुविधा भी शीघ्र शुरू करने जा रही है।
12 मॉडल जिला अस्पताल और आयुष चिकित्सा का विस्तार
बिहार के सभी 38 जिलों में जिला संयुक्त औषधालय संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें से 12 को मॉडल जिला अस्पताल के रूप में विकसित कर लिया गया है, जबकि 9 अन्य का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इन अस्पतालों में भी 10-10 बेड वाले आयुष इकाइयां स्थापित की जाएंगी।
आयुष शिक्षा संस्थानों का सुदृढ़ीकरण
राज्य सरकार ने 834 करोड़ रुपये की लागत से बंद हो चुके आयुष कॉलेजों को राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में बदल दिया है। बेगूसराय आयुर्वेदिक कॉलेज में नामांकन शुरू हो चुका है, दरभंगा आयुर्वेदिक कॉलेज तैयार है और राजकीय आरबीटीएस होम्योपैथिक कॉलेज सह अस्पताल का निर्माण भी लगभग पूर्ण हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग में 35,383 पदों पर बहाली का नोटिफिकेशन जारी
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग में रिक्त 35,383 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। मुख्यमंत्री का लक्ष्य है कि राज्य में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी और 25 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएं।
आयुष चिकित्सा को मिल रहा व्यापक प्रशिक्षण
स्वास्थ्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आयुष अस्पतालों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी पद्धति से निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं और दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
डॉ. आदित्य प्रकाश ने बताया कि राज्य के 294 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में कार्यरत चिकित्सकों को राष्ट्रीय आयुष मिशन के मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि सेवाएं और अधिक सुव्यवस्थित की जा सकें।