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इम्तियाज अली की अगली फिल्म: विभाजन की पृष्ठभूमि में पनपती एक दिल को छू लेने वाली प्रेम कथा

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Place: मुंबई                                                👤By: prativad                                                                Views: 267

शरवरी और वेदांग रैना निभाएंगे मुख्य किरदार, अगस्त से होगी शूटिंग शुरू

14 जून 2025। प्रेम और मानवीय भावनाओं की गहराइयों को सिनेमा के परदे पर खूबसूरती से उकेरने के लिए मशहूर निर्देशक इम्तियाज अली अब भारत-पाकिस्तान विभाजन की पृष्ठभूमि में एक प्रेम कहानी लेकर आ रहे हैं। फिल्म में शरवरी वाघ और वेदांग रैना प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे। यह पीरियड ड्रामा अगस्त 2025 से फ्लोर पर जाने की तैयारी में है।

विभाजन के दर्द में पनपता प्रेम
सूत्रों के मुताबिक, यह 1940 के दशक के पंजाब में सेट एक भावनात्मक कथा होगी, जो दो प्रेमियों की नजर से विभाजन और उसके सामाजिक प्रभावों को दर्शाएगी। फिल्म में जहां वेदांग एक युवा नायक की भूमिका में हैं, वहीं शरवरी उनकी प्रेमिका के किरदार में नजर आएंगी। दोनों कलाकारों ने हाल ही में लुक टेस्ट और वर्कशॉप्स में हिस्सा लिया है।


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Imtiaz Ali, Diljit Dosanjh and Naseeruddin Shah


फिल्म में नसीरुद्दीन शाह भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा, दो और प्रमुख महिला किरदारों के लिए कास्टिंग प्रक्रिया जारी है, क्योंकि फिल्म की कहानी विभिन्न पीढ़ियों के पारिवारिक संघर्षों और रिश्तों के इर्द-गिर्द घूमती है।

चमकीला की टीम फिर साथ
इम्तियाज अली की पिछली सफल फिल्म "अमर सिंह चमकीला" में उनके साथ काम कर चुकीं कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर शीतल शर्मा को भी इस पीरियड ड्रामा के लिए शामिल किया गया है, ताकि फिल्म का दृश्यात्मक अनुभव यथार्थपूर्ण और कालानुकूल हो।

"दिल टूटने और पलायन का काव्यात्मक चित्रण"
फिल्म के विषय भले ही ऐतिहासिक और भावनात्मक रूप से जटिल हों, लेकिन इम्तियाज का मकसद इसे काव्यात्मक संवेदना के साथ पेश करना है। यह फिल्म पाकिस्तान में फिल्मांकन नहीं करेगी, लेकिन पलायन, जुदाई और विछोह की पीड़ा को गहराई से छूने का प्रयास करेगी।

समान विषय पर एक और फिल्म
गौरतलब है कि आमिर खान के बैनर तले बन रही "लाहौर 1947", जिसमें सनी देओल मुख्य भूमिका निभा रहे हैं, भी विभाजन की थीम पर आधारित है। वह फिल्म प्रसिद्ध नाटककार असगर वजाहत के नाटक "जिस लाहौर नई देख्या ओ जम्याई नई" पर आधारित है।

फिल्म प्रेमियों के लिए यह एक और ऐतिहासिक प्रेम गाथा होगी, जिसमें प्रेम, पीड़ा और बिछड़न के बीच इंसानी रिश्तों की गहराई को महसूस किया जा सकेगा। इम्तियाज अली के सिग्नेचर स्टाइल में यह फिल्म ना केवल कहानी कहेगी, बल्कि दिल को भी छू जाएगी।

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