
3 जुलाई 2025। मध्यप्रदेश भाजपा को बुधवार को नया नेतृत्व मिल गया है। हेमंत खंडेलवाल ने प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभालते ही न केवल संगठन में नई ऊर्जा का संचार किया, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं को साफ संदेश दिया – "जो अच्छा काम करेगा, उसका सम्मान होगा, लेकिन जो दाएं-बाएं करेगा, उसे दिक्कत होगी।"
पदभार ग्रहण समारोह के दौरान खंडेलवाल ने भावनात्मक व निर्णायक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने संगठनात्मक अनुशासन, कार्यकर्ताओं के सम्मान और पार्टी की वैचारिक प्रतिबद्धता को केंद्र में रखा। उन्होंने कहा, “भाजपा मेरी रग-रग में बसी है। मैं एक सामान्य कार्यकर्ता हूं, मुझमें कोई विशेष गुण नहीं, लेकिन मुझे जो जिम्मेदारी मिली है, वह केवल पद नहीं, संकल्प है।"
हर कार्यकर्ता को मिलेगा अवसर, अनुशासन रहेगा सर्वोपरि
खंडेलवाल ने कहा कि पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता उनके लिए महत्वपूर्ण है और हर किसी को उसकी क्षमता के अनुसार जिम्मेदारी दी जाएगी। "पार्टी अब जन-आंदोलन से आगे बढ़कर एक जनविश्वास बन चुकी है। समाज हमसे अच्छे आचरण और जिम्मेदार नेतृत्व की उम्मीद करता है, जिसे हमें पूरी निष्ठा से निभाना होगा," उन्होंने कहा।
परिवार की तीन पीढ़ियों से भाजपा की विचारधारा से जुड़ाव
हेमंत खंडेलवाल ने अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को भी याद किया। उन्होंने बताया कि उनके दादा 1930 में कांग्रेस को हराकर नगर पालिका अध्यक्ष बने थे और उनके पिता चार बार सांसद रहे। “हमारे परिवार में सिर्फ संस्कार, अनुशासन और भाजपा की विचारधारा की ही चर्चा होती है,” उन्होंने कहा।
सत्ता का प्रतीक नहीं, सेवा का अवसर है यह पद
अपने अध्यक्षीय दृष्टिकोण को साझा करते हुए खंडेलवाल ने कहा, “मैं इसे सत्ता का प्रतीक नहीं, बल्कि सेवा और संगठन के प्रति समर्पण का अवसर मानता हूं। हम सौभाग्यशाली हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा नेतृत्व हमें मिला है।"
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जनकल्याण की ऐसी योजनाएं शुरू कीं, जिससे भाजपा पर पांच साल का कार्यकाल पूरा न कर पाने का मिथक टूट गया। “अब डॉ. मोहन यादव विकास की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं,” खंडेलवाल ने कहा।
कांग्रेस पर तीखा हमला: "संविधान की प्रति लेकर घूमना ढोंग"
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जो लोग संविधान की हत्या के दोषी हैं, आज वही इसकी प्रति लेकर घूम रहे हैं। वे खुद को कानून से ऊपर मानते हैं। भाजपा ने हमेशा संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की है।”
शिवराज सिंह चौहान की भावुक विदाई, खंडेलवाल को दी शुभकामनाएं
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हेमंत खंडेलवाल को मेहनती और दूरदर्शी नेता बताया। उन्होंने कहा, “नर्मदापुरम में जब भी कोई संकट आया, खंडेलवाल संकटमोचक की भूमिका में सामने आए। सीएम राइज स्कूल जैसी योजना भी उन्हीं के सुझाव से निकली थी।”
चौहान ने यह भी खुलासा किया कि खंडेलवाल ने 2008 में विधानसभा चुनाव लड़ने से तीन बार इनकार किया था, लेकिन पार्टी ने उन पर भरोसा जताया, और वे न केवल जीते, बल्कि एक आदर्श विधायक के रूप में उभरे।
विष्णुदत्त शर्मा हुए भावुक, मांगी क्षमा
निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पदभार सौंपते हुए भावुक होकर कहा, “मेरे कार्यकाल में यदि किसी को मेरे शब्दों या कार्यों से ठेस पहुंची हो, तो मैं क्षमा मांगता हूं। आपने मुझे जो ताकत दी, उसी से मैं प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका निभा सका।”
पार्टी ध्वज का हस्तांतरण और आशीर्वाद
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की और खंडेलवाल को निर्वाचन प्रमाण-पत्र सौंपा। इसके पश्चात विष्णुदत्त शर्मा ने प्रतीकात्मक रूप से पार्टी ध्वज सौंपा। कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता, मंत्रीगण और सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। खंडेलवाल ने इसके बाद महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का स्वागत संदेश: "हेमंत ऋतु का आनंद ही कुछ और है"
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नए अध्यक्ष का स्वागत करते हुए कहा, “हेमंत ऋतु की तरह हेमंत खंडेलवाल का नेतृत्व भाजपा में ताजगी और संतुलन लेकर आएगा। हम सब एकजुट हैं, और यह भावना हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”
हेमंत खंडेलवाल के नेतृत्व में भाजपा मध्यप्रदेश इकाई में अनुशासन, स्पष्टता और जनसेवा की नई लहर दिखाई दे रही है। उनकी नियुक्ति केवल एक पद परिवर्तन नहीं, बल्कि संगठन में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है – जिसमें कार्यकर्ता की ताकत और सिद्धांतों की प्राथमिकता सर्वोपरि होगी।