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भोपाल: 1 फरवरी 2024। पृथ्वी के सबसे धनी व्यक्ति एलोन मस्क ने न्यूरालिंक के जरिए दिमाग में चिप लगाकर एक बड़ा कदम उठाया है। ये चिप सीधे तौर पर दिमाग से कंप्यूटर से संवाद कर सकेगी। आइए जानते हैं कि ये तकनीक कैसे काम करती है और भविष्य में इसका क्या मतलब हो सकता है।
क्या है न्यूरालिंक?
न्यूरालिंक एक न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनी है, जिसकी सह-स्थापना 2016 में एलोन मस्क ने की थी। इसका लक्ष्य दिमाग और कंप्यूटर के बीच सीधा संपर्क स्थापित करना है। ये चिप दिमाग के संकेतों को पढ़कर कंप्यूटर को निर्देश दे सकेगी।
पहली चिप किस पर लगाई गई?
न्यूरालिंक ने अभी हाल ही में पहली चिप एक इंसान के दिमाग में लगाई है। हालांकि, कंपनी ने मरीज की पहचान उजागर नहीं की है। मस्क ने बताया कि सर्जरी सफल रही है और मरीज अब ठीक हो रहा है।
क्या कर सकेगी ये चिप?
न्यूरालिंक की पहली चिप का लक्ष्य उन लोगों की मदद करना है, जो किसी बीमारी या दुर्घटना के कारण अपने शरीर के किसी हिस्से को हिला नहीं पाते। ये चिप दिमाग के संकेतों को पढ़कर कंप्यूटर को बताएगी कि व्यक्ति क्या करना चाहता है। इसके बाद कंप्यूटर प्रोस्थेटिक अंगों या अन्य उपकरणों को नियंत्रित कर सकता है।
भविष्य में क्या होगा?
न्यूरालिंक का लक्ष्य सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र तक सीमित नहीं है। कंपनी का मानना है कि ये तकनीक भविष्य में आम लोगों के लिए भी उपयोगी हो सकती है। उदाहरण के लिए, हम अपने दिमाग से कंप्यूटर का इस्तेमाल कर सकते हैं, बिना किसी कीबोर्ड या माउस के।
हालांकि, ये तकनीक अभी शुरुआती दौर में है और इसके कई नैतिक और सामाजिक सवाल भी उठ रहे हैं। हमें सावधानी से आगे बढ़ना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि ये तकनीक नैतिक रूप से इस्तेमाल की जाए।