भोपाल: 11 मार्च 2024। कल्पना कीजिए एक ऐसी दुनिया की जहां आपके लॉगिन क्रेडेंशियल्स आपकी त्वचा पर अंकित हों। पासवर्ड याद रखने या कार्ड स्वाइप करने की कोई झंझट नहीं है। यह प्रमाणिकरण टैटू के पीछे की अवधारणा है, एक भविष्यवादी विचार जो आपकी पहचान सत्यापित करने के लिए बायोकॉम्पैटिबल इम्प्लांट का उपयोग करता है।
यह तकनीक अभी भी अपने शुरुआती दौर में है, लेकिन इस अवधारणा ने तकनीकी दिग्गजों और सुरक्षा विशेषज्ञों का ध्यान gleicherma'en खींचा है। MC10, जो एक बायो-इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक्स पर केंद्रित कंपनी है, के द्वारा अग्रणी इन "बायोस्टांप्स" को मूल रूप से इलेक्ट्रॉनिक टैटू माना जाता है जिन्हें त्वचा पर लगाया जा सकता है। इन टैटू में विशिष्ट पहचानकर्ता होंगे जिनका उपयोग उपकरणों को अनलॉक करने, सुरक्षित खातों तक पहुंचने या भुगतान करने के लिए भी किया जा सकता है।
आइए देखें कि प्रमाणिकरण टैटू क्या प्रदान कर सकते हैं:
सुविधा: पासवर्ड या कार्ड रखने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सुरक्षा: बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण को पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है।
टिकाऊपन: एक बार प्रत्यारोपित हो जाने के बाद, टैटू आपका स्थायी अंग बन जाता है।
पहुंच: अतिरिक्त उपकरणों की कोई ज़रूरत नहीं है, आपका शरीर ही कुंजी बन जाता है।
हालांकि, विचार करने के लिए कुछ चुनौतियां भी हैं:
सुरक्षा: बायोकॉम्पैटिबल इम्प्लांट के दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव अभी भी अज्ञात हैं।
स्थायित्व: टैटू स्थायी होते हैं, और इस प्रकार का प्रमाणीकरण भी स्थायी होगा।
पहुंच संबंधी चिंताएं: हर कोई अपनी त्वचा में इलेक्ट्रॉनिक्स लगाने के विचार से सहज नहीं होगा।
इन चुनौतियों के बावजूद, प्रमाणिकरण टैटू के संभावित लाभ निर्विवाद हैं। जैसे-जैसे तकनीक उन्नत होती है और सुरक्षा चिंताएं बढ़ती हैं, यह विचार अधिक मुख्यधारा का विकल्प बन सकता है।
प्रमाणिकरण टैटू की अवधारणा सुरक्षा के भविष्य पर एक आकर्षक झलक है। हालांकि यह अभी मुख्य रूप से उपयोग के लिए तैयार नहीं हो सकता है, यह एक ऐसी दुनिया की झलक देता है जहां हमारा शरीर ही सर्वोत्तम सुरक्षा कुंजी बन जाता है।
भविष्य का सुरक्षा कवच: प्रमाणिकरण इलेक्ट्रॉनिक टैटू, पासवर्ड या कार्ड रखने की कोई आवश्यकता नहीं होगी
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
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