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भविष्य के कृत्रिम बुद्धिमत्ता समर्थित हमले: डिजिटल दुनिया पर मंडराता खतरा

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Location: भोपाल                                                 👤Posted By: prativad                                                                         Views: 4233

भोपाल: 22 अप्रैल 2024। आने वाला साइबर अपराध स्मार्ट होगा और तेजी से सीख रहा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का तेजी से विकास हो रहा है और दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में लिप्त लोग इसका फायदा उठा रहे हैं। जहाँ AI साइबर सुरक्षा को बेहतर बनाने की अपार संभावनाएं रखता है, वहीं इसका दूसरा पहलू भी सामने आ रहा है।

AI से संचालित हमले अब केवल कल्पना नहीं रह गए हैं। साइबर अपराधी पहले से ही कार्यों को स्वचालित करने, धोखाधड़ी को निजीकृत करने और अभूतपूर्व पैमाने पर कमजोरियों का पता लगाने के लिए AI टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।

यहां भविष्य में क्या हो सकता है, इसकी एक झलक देखें:
डीपफेक धोखाधड़ी: कल्पना कीजिए कि किसी कंपनी के CEO की आवाज, जिसे AI द्वारा संश्लेषित किया गया है, एक बड़े वित्तीय हस्तांतरण का आदेश दे रही है। डीपफेक खतरनाक रूप से वास्तविक होते जा रहे हैं, और AI का उपयोग फ़िशिंग हमलों या गलत सूचना फैलाने के लिए अत्यधिक विश्वसनीय ऑडियो और वीडियो बनाने के लिए किया जा सकता है।
AI चालित फ़िशिंग: आम स्पैम ईमेल का जमाना अब बीत चुका है। AI व्यक्तिगत डेटा का विश्लेषण कर सकता है और अत्यधिक लक्षित फ़िशिंग प्रयासों को तैयार कर सकता है जो विश्वसनीय स्रोतों से आते प्रतीत होते हैं, जिससे उन्हें असली चीज़ से अलग करना लगभग असंभव हो जाता है।

स्वचालित हमले: साइबर हमलों में शामिल होने वाले दोहराए जाने वाले कार्यों, जैसे भेद्यता स्कैनिंग और पासवर्ड क्रैकिंग को AI का उपयोग करके स्वचालित किया जा सकता है, जिससे हमलावर कम से कम प्रयास में बड़े पैमाने पर हमले शुरू कर सकते हैं।
अज्ञात का फायदा उठाना: जटिल प्रणालियों में छिपी कमजोरियों का पता लगाने के लिए AI बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करने की क्षमता रखता है। इससे ज़ीरो-डे भेद्यता की खोज हो सकती है, जो पहले से अज्ञात खामियां हैं जिनका फायदा उठाया जा सकता है, इससे पहले कि उन्हें ठीक किया जाए।

हालांकि खतरे महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उम्मीद भी है। साइबर सुरक्षा उद्योग भी उन्नत सुरक्षा समाधान विकसित करने के लिए AI का लाभ उठा रहा है। AI से लैस सिस्टम संदिग्ध गतिविधि के लिए लगातार नेटवर्क की निगरानी कर सकते हैं, असामान्यताओं की पहचान कर सकते हैं और घटना प्रतिक्रिया को स्वचालित कर सकते हैं।

साइबर सुरक्षा का भविष्य AI हमले और बचाव के बीच निरंतर चलने वाली दौड़ पर निर्भर करता है। सतर्क रहकर और मजबूत AI-समर्थित सुरक्षा समाधानों में निवेश करके, हम बुद्धिमान हमलों से उत्पन्न होने वाले जोखिमों को कम कर सकते हैं।

- दीपक शर्मा
प्रतिवाद

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