डॉ. नवीन जोशी
भोपाल 15 दिसंबर 2021। प्रदेश के 48 जिलों में कुल 207 करतूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित है। शाजापुर, नरसिंहपुर, दतिया एवं रायसेन जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित नहीं है। जिन जिलों में ये विद्यालय हैं उनमें से किसी एक को उत्कृष्ट विद्यालय/छात्रावास घोषित किया जायेगा।
उक्त संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एम ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि उत्कृष्ट छात्रावास घोषित करने का उद्देश्य कक्षा 6 से प्रतिभाशाली छात्राओं को अपनी प्रतिभा निखारने के समुचित अवसर प्रदान करना, छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे-प्रशासनिक व्यवसायिक एवं तकनीकी परीक्षाओं के लिए स्तरानुसार अवसर के साथ आधार प्रदान करना, उत्कृष्ट संस्था में होने वाले शैक्षणिक प्रयोग, शिक्षण तकनीक, अधोसंरचना विकास का उत्कृष्टता प्रदान करते हुये अन्य छात्रावासों के लिए आदर्श के रूप में विकसित करना, शारीरिक, नैतिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों के प्रति जागरूक करते हुये छात्राओं को आदर्श नागरिक के रूप में तैयार करना है। संचालक ने बताया है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में सत्र 2022-23 से एक-एक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को उत्कृष्ट छात्रावास के रूप में विकसित किया जायेगा।
ऐसे किया जायेगा चयन :
जिला/विकासखंड मुख्यालय में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय यहां वर्तमान में पर्याप्त, अधोसंरचना हो तथा भविष्य में विस्तार के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध हो। चयनित छात्रावास विकासखण्ड मुख्यालय में संचालित मॉडल स्कूल/उत्कृष्ट विद्यालय एवं जनजाति विभाग का (विशेष अवासीय स्कूल) छात्रावास से निकटतम दूरी पर हो। छात्रावास के चयन में उन छात्रावासों को प्राथमिकता दी जाये जो कक्षा 6 से 12 तक उन्नत हो गये हैं या आगामी वर्षों में कक्षा 6 से 12 तक उन्नयन होने की पात्रता रखते हों। चयनित छात्रावास का जिला इकाई से अनुमोदन लिया जाये।
48 जिलों में एक-एक उत्कृष्ट कस्तूरबा गांधी छात्रावास बनेगा
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 1871
Related News
Latest News
- क्या भारत के संभावित जवाबी हमले से पाकिस्तान, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) छोड़ देगा?
- यूपी कैबिनेट के फैसले: नई स्थानांतरण नीति और पार्किंग के नए नियमों सहित 11 महत्वपूर्ण निर्णय
- पुराने यूरोप की मौत: ब्रुसेल्स की आत्म-विस्मृत आत्माएँ और यूरोपीय पतन की कहानी
- मंत्रिपरिषद के अहम फैसले: नक्सल प्रभावित जिलों में 850 पद स्वीकृत, पचमढ़ी की नजूल भूमि अभयारण्य से अलग
- “हमें खुद नहीं पता था, हम क्या पढ़ा रहे थे” - CM मोहन यादव का कटाक्ष, डॉ. इंद्रेश कुमार बोले - “अखंड भारत का सपना देखिए, संस्कारमूलक शिक्षा की है जरूरत”
- भारत में दशकों बाद पहली बार नागरिक सुरक्षा अभ्यास का आदेश, कई राज्यों में मॉक ड्रिल
Latest Posts
