
राहुल गांधी के उस बयान पर मोहन यादव ने प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी जान को खतरा है
14 अगस्त 2025। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी जान को खतरा है, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा है कि इसके विपरीत राहुल गांधी देश के लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।
उन्हें न्यायपालिका, संविधान, चुनाव आयोग और देश की सेना पर कभी विश्वास नहीं रहा।
बुधवार को निकाली गई विशाल तिरंगा यात्रा के बाद गांधी हॉल में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। गौरतलब है कि बुधवार को पुणे की एक अदालत में पेश हुए राहुल गांधी ने कहा था कि उनकी जान को खतरा है।
यादव ने कहा कि उन्हें (राहुल को) कोई खतरा नहीं है, लेकिन राहुल गांधी से लोकतंत्र को खतरा है। वह वही गलतियाँ कर रहे हैं जो उनके परदादा आदि ने की थीं और बाद में सभी माफी माँगते रहे।
दुर्भाग्य से, यह कहना पड़ेगा कि वह सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, सेना, सभी का अपमान करते हैं। ये सभी लोकतंत्र के मज़बूत स्तंभ हैं, अगर हम इन पर सवाल उठाएँगे, तो लोकतंत्र कैसे बचा पाएँगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर आपको चुनाव आयोग से कोई शिकायत है, तो जाकर उनसे मिलिए और हलफनामा दीजिए, आयोग की एक प्रक्रिया है। लेकिन वे जाएँगे नहीं, सड़क पर हंगामा करेंगे।
जैसे उन्होंने "चौकीदार...चौकीदार" कहकर माहौल बनाया और फिर सुप्रीम कोर्ट में माफ़ी मांगकर बाहर आ गए। उनकी राजनीति लोकतंत्र को खतरे में डालती है और दुश्मनों को खुश करती है। पाकिस्तान में मिठाइयाँ बाँटी जाती हैं।
कलेक्टरों को तिरंगा फहराना होता है
शहर से दो कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद कलेक्टर को ध्वजारोहण की ज़िम्मेदारी देने के सवाल पर, मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास 55 ज़िले हैं और सिर्फ़ 32 मंत्री हैं। ज़िले ज़्यादा हैं और मंत्री कम।