Bhopal: भोपाल 26 सितम्बर 2022 । 38 साल पहले वर्ष 1984 में 2 एवं 3 दिसम्बर की दरम्यानी रात राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाइड से रिसी जहरीला गैस एमआईसी की भयानक विभीषिका के मामले में अब तक यनाईन कार्बाइड परिसर के भूमिगत टैंकों में संग्रहित जहरीली गैस को अब तक नहीं हटाया जा सका है। अब इस गैस को हटाने के लिये केंद्र सरकार से धनराशि मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग से सीएम ने समीक्षा बैठक में कहा था कि यूनियन कार्बाइड परिसर में स्मारक निर्माण हेतु रासायनिक कचरे का शीघ्र निष्पादन किया जाये ताकि समारक का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा सके। जवाब में विभाग ने कहा है कि रासायनिक कचरे के निष्पादन हेतु टेन्डर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। प्रकरण में प्रशासकीय अनुमोदन प्राप्त किया जा चुका है। धन आवंटन एवं स्वीकृति हेतु प्रस्ताव सचिव केंद्रीय रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग नई दिल्ली को प्रस्ताव भेजकर स्वीकृति एवं धन राशि उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध किया गया तथा बाद में पुन: अनुरोध किया गया है कि राज्य शासन द्वारा प्रेषित प्रस्ताव 126 करोड़ 85 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान करते हुए धन राशि उपलब्ध कराई जावे जिससे रासायनिक कचरे के विनिष्टीकरण की कार्यवाही संपादित की जा सके। केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता में ओवर साईड कमेटी की बैठक गत 20 जून 2022 को आयोजित की गयी थी, चर्चा उपरांत कुछ ओर जानकारी राज्य शासन से चाही गयी थी। अब इस जानकारी को भेजकर पुन: ओवर साईट कमेटी की बैठक आहूत करने का अनुरोध किया गया है तथा कार्यवाही भारत सरकार स्तर पर अपेक्षित है।
- डॉ. नवीन जोशी
केंद्र से राशि मिलने पर यूका का रासायनिक कचरा हटाया जायेगा
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Bhopal
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