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टीम इंडिया 178 रन से जीती, पाकिस्तान को पछाड़कर टेस्ट में नंबर 1 बनी

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Place: कोलकाता                                                👤By: वेब डेस्क                                                                Views: 19371

3 अक्टूबर 2016, भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मैच कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स में खेला गया. चौथे दिन रविवार को टीम इंडिया ने न केवल न्यूजीलैंड को 178 रन से हराकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली, बल्कि आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पाकिस्तान को पछाड़कर टेस्ट में नंबर वन भी बन गई. न्यूजीलैंड की टीम दूसरी पारी में 376 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 197 रन पर ही सिमट गई. उसकी ओर से सबसे अधिक रन टॉम लाथम (74) ने बनाए. भारत की ओर से आर अश्विन, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी ने 3-3 विकेट, जबकि भुवनेश्वर कुमार ने एक विकेट चटकाया. टीम इंडिया के विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को मैन ऑफ द मैच दिया गया. उन्होंने मुश्किल विकेट में मुश्किल समय पर दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी की और दोनों ही पारियों में नाबाद रहते हुए 54 और 58 रन ठोके.



मैच में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर एक नजर

टीम इंडिया की ओर से पहली पारी में बल्लेबाजी में चेतेश्वर पुजारा (87 रन), अजिंक्य रहाणे (77) और ऋद्धिमान साहा (54*) आकर्षण का केंद्र रहे, तो दूसरी पारी में कप्तान विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और 45 बनाए, तो वहीं रोहित शर्मा ने 82 और साहा ने एक बार फिर फिफ्टी लगाते हुए 58 रन नाबाद ठोक दिए. गेंदबाजी की बात करें, तो भारत की ओर से पहली पारी में भुवनेश्वर कुमार ने 5 विकेट लेकर कीवी टीम की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी, वहीं मोहम्मद शमी ने 3 विकेट चटकाए, जबकि दूसरी पारी में तीन गेंदबाजों के नाम 3-3 विकेट (अश्विन, जडेजा और शमी) रहे.



भारत में एक मैच में सबसे अधिक LBW

कोलकाता टेस्ट की दूसरी पारी में अश्विन ने जैसे ही रॉस टेलर को पगबाधा (LBW) आउट किया, तो एक मैच में सबसे अधिक खिलाड़ियों के पगबाधा आउट होने का भारतीय रिकॉर्ड बन गया. इससे पहले अहमदाबाद में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1996-97 में 13 खिलाड़ी पगबाधा आउट हुए थे. कोलकाता में 15 बल्लेबाज पगबाधा आउट हुए.



घरेलू मैदान पर 13 मैच से अपराजेय

घरेलू मैदान पर अपना 250वां टेस्ट खेली टीम इंडिया टेस्ट रिकॉर्ड के मामले में न्यूजीलैंड पर भारी है. दोनों टीमों के बीच अब तक 56 टेस्ट मैच हुए हैं, जिनमें टीम इंडिया ने 20 मैच जीते हैं, वहीं न्यूजीलैंड को 10 मैचों में जीत मिली हैं, जबकि 26 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं. न्यूजीलैंड ने आखिरी बार 2012 में भारत दौरा किया था, जिसमें टीम इंडिया ने उसे 2-0 से हराया था. यदि दोनों देशों के बीच आखिरी टेस्ट सीरीज की बात करें, तो टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के साथ आखिरी सीरीज उसी की धरती पर 2013-14 में खेली थी, जिसमें उसे 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था. टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर पिछले 13 मैचों में से 11 में जीत दर्ज की है और दो ड्रॉ खेले हैं. उसने इस सफर की शुरुआत दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 1-2 से हार के बाद की थी.



ऐसे झटके न्यूजीलैंड के विकेट

लंच तक विकेट को तरसी टीम इंडिया को पहली सफलता आर अश्विन ने मार्टिन गप्टिल को 24 रन पर पैवेलियन लौटकर दिलाई. दूसरा विकेट रवींद्र जडेजा ने हेनरी निकोल्स (24) को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराकर लिया. लाथम-निकोल्स के बीच 49 रन की साझेदारी हुई. इसके बाद आर अश्विन ने रॉस टेलर (4) को आउट कर तीसरा झटका दिया. टीम इंडिया को सबसे बड़ी सफलता आर अश्विन ने चौथे विकेट के रूप में दिलाई, जब टॉम लाथम 74 रन बनाकर विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को कैच दे बैठे. पांचवां विकेट मिचेल सैंटनर का रहा, जिन्हें मोहम्मद शमी ने पगबाधा आउट किया. छठा विकेट भी शमी के ही नाम रहा. उन्होंने बीजे वाटलिंग (1) को बोल्ड किया. सातवीं सफलता रवींद्र जडेजा ने ल्यूक रॉन्ची (32) को वापस भेजकर हासिल की. 8वां विकेट (जीतन पटेल का) तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने लिया. नौवां विकेट रवींद्र जडेजा ने मैट हेनरी (18) को विराट कोहली के हाथों कैच करवाकर लिया. अंतिम विकेट मोहम्मद शमी ने ट्रेंट बोल्ट के रूप में लिया.



चौथे दिन टीम इंडिया की बैटिंग

साहा फिफ्टी बनाकर रहे नाबाद

चौथे दिन टीम इंडिया ने रविवार के स्कोर 8 विकेट पर 227 रन से आगे खेलना शुरू किया. स्कोर में 24 रन ही जुड़े थे कि ऋद्धिमान साहा (58) का बखूबी साथ दे रहे भुवनेश्वर कुमार 23 रन पर नील वागनर का शिकार हो गए और टीम इंडिया ने 251 के स्कोर पर नौवां विकेट खो दिया. इसके बाद 12 रन और जुड़े थे कि मोहम्मद शमी को ट्रेंट बोल्ट ने लौटा दिया. इस प्रकार पूरी टीम 263 रन पर ऑलआउट हो गई. न्यूजीलैंड की ओर से मैट हेनरी, ट्रेंट बोल्ट और मिचेल सैंटनर ने 3-3 विकेट लिए, जबकि नील वागनर को एक विकेट मिला.





(दूसरी पारी में भारत का विकेट पतन- 12/1-मुरली विजय, 24/1- पुजारा, 34/3- धवन, 43/4- रहाणे, 91/5- कोहली, 106/6- अश्विन, 209/7-रोहित, 215/8- जडेजा, 251/9- भुवनेश्वर, 263/10- शमी).



तीसरा दिन : रोहित शर्मा का धमाल

तीसरे दिन न्यूजीलैंड को पहली पारी में 204 रन पर समेटकर 112 रन की बढ़त लेने के बावजूद 43 रन पर 4 विकेट खोकर संकट में दिख रही टीम इंडिया को उबारने का काम सबसे पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली (45 रन) ने पांचवें विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी करके किया, फिर रोहित शर्मा ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के साथ सातवें विकेट के लिए इसे आगे बढ़ाया. दोनों ने न केवल शतकीय साझेदारी (103 रन) की, बल्कि टीम की बढ़त को 321 तक पहुंचा दिया. अनियमित उछाल वाले विकेट पर रोहित ने साहस और धैर्य का शानदार प्रदर्शन किया और 89 गेंदों में फिफ्टी ठोकी. अंत में 82 के निजी स्कोर पर कीवी टीम को रोहित शर्मा को आउट करने में सफलता मिली. उन्हें मिचेल सैंटनर ने ल्यूक रॉन्ची से कैच कराकर अपना दूसरा शिकार बनाया. रोहित-विराट के अलावा केवल साहा ही टिक पाए. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 8 विकेट के नुकसान पर 227 रन बनाए. ऋद्धिमान साहा (39) और भुवनेश्वर कुमार (8) नाबाद लौटे और टीम इंडिया की कुल बढ़त 339 रन रही.



टीम इंडिया की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने 5 विकेट, जबकि मोहम्मद शमी ने 3 विकेट और आर अश्विन, रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट चटकाया. कीवी टीम से जीतन पटेल ने 47 रन का पारी खेली.



दूसरा दिन : भुवनेश्वर के नाम

भुवी के दूसरे दिन छाए रहे. उन्होंने कीवी ओपनर मार्टिन गप्टिल को सस्ते में वापस भेजने के बाद न्यूजीलैंड को एक के बाद एक कुल 5 झटके दिए. भुवी ने 10 ओवर में 33 रन खर्च करके यह सफलता हासिल की. दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने 7 विकेट खोकर 128 रन बनाए. बीजे वाटलिंग (12) और जीतन पटेल (5) नाबाद लौटे. अभी वह भारत से 188 रन पीछे है. कीवी टीम से रॉस टेलर ने सबसे अधिक 36 और ल्यूक रॉन्ची ने 35 रन का योगदान दिया. भुवनेश्वर कुमार ने कीवी टीम के ऊपरी क्रम को तहस-नहस करते हुए तीन अहम विकेट (मार्टिन गप्टिल, रॉस टेलर, हेनरी निकोल्स) लेकर उनकी बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. फिर अंतिम सत्र में 33वें ओवर में लगातार दो विकेट (मिचेल सैंटनर और मैच हेनरी) लेकर हैट्रिक पर आ गए, लेकिन उसमें सफल नहीं हुए. कुल मिलाकर उन्होंने 5 विकेट चटकाए. भुवी ने करियर में चौथी बार यह उपलब्धि हासिल की है.



मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट चटकाया. लंच के बाद बारिश के कारण लगभग 2.30 घंटे का खेल नहीं हो पाया. अंत में अंपायरों ने मैदान का निरीक्षण करने के बाद फ्लड लाइट्स में खिलाने का फैसला किया. दूसरे दिन 250वें घरेलू टेस्ट में टीम इंडिया की पहली पारी 316 रन पर सिमट गई. ऋद्धिमान साहा (54) नाबाद लौटे. टीम इंडिया ने पहले दिन के स्कोर 7 विकेट पर 239 से पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन केवल 77 रन ही और जोड़ पाई. साहा ने अपने टेस्ट करियर की तीसरी फिफ्टी छक्के के साथ बनाई.



पहला दिन : कीवी गेंदबाज रहे हावी, फेल हुए कोहली-धवन

टीम इंडिया से पहले दिन जमकर खेलने की उम्मीद थी, लेकिन दोनों ओपनर मुरली विजय और शिखर धवन के सस्ते में आउट हो जाने के बाद विराट कोहली (9) भी कुछ नहीं कर सके. हालांकि चेतेश्वर पुजारा (87) और अजिंक्य रहाणे (77) ने शतकीय साझेदारी (141 रन) करके पारी संभालने की कोशिश की ,लेकिन दोनों ही बल्लेबाज शतक के करीब जाकर आउट हो गए. कीवी गेंदबाजों ने लगभग पूरे दिन अच्छी गेंदबाजी की. खासतौर से मैट हेनरी ने शानदार तेज गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और तीन विकेट झटके, जबकि जीतन पटेल ने दो विकेट अपने नाम किए. पुजारा-रहाणे को जीवनदान भी मिले, अन्यथा टीम इंडिया की स्थिति और बुरी होती. खराब रोशनी के कारण 4 ओवर पहले खेल खत्म होने तक टीम इंडिया का संघर्ष जारी था.



गौतम गंभीर कोहली ने शिखर धवन (1 रन) को तरजीह तो दी, लेकिन उन्होंने फिर निराश किया. धवन की पिछली 5 पारियों पर नजर डालें, तो उन्होंने विंडीज के खिलाफ 21, 84, 27, 1 और 26 रन बनाए हैं. वहीं कप्तान विराट कोहली भी खुद पिछली 5 पारियों से रन नहीं बना पा रहे हैं. उन्होंने जुलाई में नार्थ साउंड में वेस्टइंडीज के खिलाफ 200 रन के बाद कोई बड़ा स्कोर नहीं बनाया है. उन्होंने पिछली 5 पारियों में 43 रन जोड़े हैं जिसमें कोलकाता टेस्ट के पहली पारी के 9 रन भी शामिल हैं. हालांकि इस मैच से पहले ही विराट ने अपने फेल होने पर कहा था कि उन्हें फॉर्म में नहीं होने जैसी कोई समस्या नहीं है और इसे लेकर परेशान भी नहीं हैं.

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