×

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 864 करोड़ रुपए की लागत से 29 किमी के शिप्रा घाट निर्माण तथा 21 बैराजों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया

News from Bhopal, Madhya Pradesh News, Heritage, Culture, Farmers, Community News, Awareness, Charity, Climate change, Welfare, NGO, Startup, Economy, Finance, Business summit, Investments, News photo, Breaking news, Exclusive image, Latest update, Coverage, Event highlight, Politics, Election, Politician, Campaign, Government, prativad news photo, top news photo, प्रतिवाद, समाचार, हिन्दी समाचार, फोटो समाचार, फोटो
Place: भोपाल                                                👤By: prativad                                                                Views: 702

सिंहस्थ 2028 में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शनि मंदिर से नागदा बायपास तक शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर 29 किमी का घाट निर्माण किया जाएगा
घाटों पर 24 घंटे में लगभग 5 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे

31 मई 2025। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को अंगारेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 के अंतर्गत 864 करोड़ रुपए लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के द्वारा 779 करोड़ रुपए की लागत से शिप्रा नदी पर निर्मित होने वाले 29 किमी के नवीन घाट और शिप्रा नदी पर लगभग 85 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले 21 बैराजों का भूमिपूजन किया गया।

मुख्यमंत्री डॉ . यादव ने कहा कि आज का कार्यक्रम सच्चे अर्थों में एक धर्म सभा है। सभी संतों की गरिमामय उपस्थिति में यह आयोजन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश शासन के द्वारा देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती वर्ष मनाया जा रहा है। हमारा प्राचीन समय देश की संस्कृति के लिए स्वर्णिम काल रहा है। श्रीमंत महादजी सिंधिया और मल्हार राव होलकर ने विदेशी आक्रमण कारियों के द्वारा ध्वस्त किए गए सभी देवस्थानों का जीर्णोद्धार कराया।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि देवी अहिल्याबाई के सास ससुर के लिए वे उनकी बहू नहीं बल्कि बेटी के समान थीं । देवी अहिल्याबाई के जीवन में गंगा सी पवित्रता और नर्मदा सी सादगी है। उनके ससुर ने हमेशा उन्हें प्रेरणा दी, उनकी योग्यताओं को पहचाना। देवी अहिल्याबाई ने सनातन संस्कृति की रक्षा की। अहिल्याबाई ने पूरा शासन महादेव को समर्पित कर किया। उनके लिए सभी लोग समान थे। उन्होंने राज्य में सुशासन के नए कीर्तिमान स्थापित किये। उन्होंने सभी देवस्थानों और मंदिरों का जीर्णोद्धार करवाया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज शिप्रा नदी पर बनने वाले नवीन घाटों का भूमि-पूजन किया गया है। शिप्रा नदी में दूषित पानी न मिले इसके लिए सरकार द्वारा गंभीर नदी के डैम के नीचे दूषित पानी को भेजा जाएगा तथा वहां उसे फिल्टर किया जाएगा। साथ ही सिलारखेड़ी परियोजना के अंतर्गत बारिश के जल को सिलारखेड़ी के तालाब में एकत्रित किया जाएगा तथा वर्षा ऋतु के पश्चात उसे शिप्रा नदी में प्रवाहित किया जाएगा। जिससे शिप्रा के शुद्ध जल से पूरे वर्ष भर श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे।

आगामी सिंहस्थ के अंतर्गत बनने वाले 29 किलोमीटर के लंबे घाटों पर सिंहस्थ के दौरान 24 घंटे में लगभग 5 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वाल्मिकी धाम से सिद्धनाथ तक, शनि मंदिर से गऊघाट तक और लालपुल से रामघाट तक श्रद्धालुओं के लिए शिप्रा नदी में नौकाएं भी संचालित की जाएंगी।

मध्यप्रदेश शासन द्वारा निरंतर विकास के कार्य किये जा रहे हैं। इंदौर से उज्जैन के लिए मेट्रो ट्रेन भी प्रारंभ की जाएगी। साथ ही एलिवेटेड सड़कें भी बनाई जाएंगी। मध्यप्रदेश शासन उचित प्रबंधन के साथ विकास के कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाला सिंहस्थ सबसे अच्छा कुंभ का मेला होगा। उन्होंने कहा कि अंगारेश्वर महादेव मंदिर में आज का यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यहां पर मंगल ग्रह की उत्पत्ति हुई थी। मंगल दोष की शांति के लिए यहां पर दूर-दूर से लोग पूजन- अर्चन के लिए आते हैं। घाटों के नवनिर्माण के पश्चात शिप्रा नदी की कीर्ति और दूर-दूर तक पहुंचेगी।

सांसद अनिल फिरोजिया ने इस अवसर पर कहा कि पहले उज्जैन नगरी में सिंहस्थ के दौरान ही निर्माण कार्य किए जाते थे तथा शहर का विकास होता था, लेकिन जब से डॉ. यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं तब से निरंतर उज्जैन शहर को सौगातें मिल रही हैं। इसमें केंद्र शासन के द्वारा भी पूरा सहयोग किया जा रहा है। सांसद श्री फिरोजिया ने कहा कि 1018 करोड़ रुपए की लागत से रतलाम नागदा रेलवे लाइन को भी फोरलेन करने की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। जिससे आगामी सिंहस्थ महापर्व में अधिक संख्या में ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा तथा अधिक से अधिक श्रद्धालु उज्जैन की सुगम यात्रा कर सकेंगे।

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए पवित्र और ऐतिहासिक दिन है। अब मध्यप्रदेश जल शक्ति के रूप में उभर रहा है। यह हम सबके लिए अत्यंत हर्ष का विषय है। कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना, सेवरखेड़ी सिलारखेड़ी परियोजनाओं का शुभारंभ मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया है, जिन पर भी तेज गति से कार्य किया जा रहा है। नदियों को जोड़ने का कार्य सरकार के द्वारा किया जा रहा है, जिससे सिंचाई का रकबा निश्चित रूप से बढ़ेगा तथा उत्पादन में वृद्धि होगी‌। मंत्री श्री सिलावट ने मुख्यमंत्री को योजनाओं के संचालन के लिए धन्यवाद दिया।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरी गिरीजी महाराज ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति का महान इतिहास अपने आप को फिर से दोहरा रहा है। हमारी संस्कृति अत्यंत समृद्ध थी। हम पुनः इस ओर अग्रसर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के विशेष प्रयासों से शिप्रा नदी और उसके आसपास के घाटों का कायाकल्प होगा‌। यह हम सबके लिए अत्यंत हर्ष का विषय है। घाटों के क्षेत्रफल को बढ़ाए जाने का सुझाव अखाड़ा परिषद द्वारा पहले भी दिया गया था ताकि श्रद्धालुओं को स्नान में किसी भी तरह की सुविधा न हो। मध्यप्रदेश शासन द्वारा इसे मूर्त रूप दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत आज 29 किलोमीटर के नए घाट निर्माण का भूमि-पूजन किया गया है। महंत श्री हरी गिरीजी महाराज ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद दिया‌।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर सर्वप्रथम अंगारेश्वर महादेव के दर्शन किए और पूजन अर्चन किया। कार्यक्रम में भरतनाट्यम, कथक और डमरू नाद की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने भूमि पूजन के पश्चात माता शिप्रा का पूजन भी किया। इस दौरान स्वस्तिवाचन और शंखनाद किया गया। कार्यक्रम में शिप्रा नदी पर आधारित आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई।

इस दौरान सांसद अनिल फिरोजिया, राज्यसभा सांसद बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, सतीश मालवीय, जितेंद्र पंड्या, डॉ. तेज बहादुर सिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, राजेश धाकड़, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री महंत हरी गिरी जी महाराज, स्थानीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर दास, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति महंत मोहन भारती महाराज, अंतर्राष्ट्रीय सचिव महंत रामेश्वर गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी भगवतानंद पुरी महाराज, पूज्य श्याम गिरी जी महाराज (राधे राधे बाबा), निरंजनी अखाड़े के महंत सुरेशानंदपुरी, दिगंबर अखाड़े के महंत रामचंद्रदास, महंत विशाल दास महाराज, महंत मुकुंदपुरी, महंत देवगिरी जी, निर्वाणी अणि अखाड़े के दिग्विजय दास जी एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

अतिथियों द्वारा मां सरस्वती और देवी अहिल्याबाई के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री डॉ. यादव के द्वारा कन्या पूजन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी संतों का शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। कार्यक्रम में देवी अहिल्याबाई पर केंद्रित शॉर्ट फिल्म और 29 किलोमीटर के घाट निर्माण कार्य पर आधारित शॉर्ट फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री ज्वलंत शर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन संजय अग्रवाल ने किया।

Related News

Global News