16 अप्रैल 2021। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाटशीट पहुंचने पर सामाजिक न्याय विभाग के प्रमुख सचिव प्रतीक हजेला ने हरकत में आते हुये सभी नगरीय निकायों एवं जिला व जनपद पंचायतों को निर्देश दिये हैं कि वे जनहानि व मृत्यु के प्रकरणों में बीपीएल परिवारों को बीस हजार रुपये की तत्काल सहायता करें। यह सहायता राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत स्वीकृत की जाये।
दरअसल मुख्यमंत्री ने अपनी नोटशीट में जनहानि व मृत्यु के प्रकरणों में संवेदनशील रुप से तय समय-सीमा में निराकरण कर हितग्राही को सहायता राशि का शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिये थे। इस पर प्रमुख सचिव हजेला ने निर्देश जारी कर कहा है कि राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना में गरीबी की रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवार के कमाऊ सदस्य जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक किन्तु 60 वर्ष से कम हो, की प्राकृतिक/अप्राकृतिक रुप से मृत्यु हो जाने पर आश्रित परिवार को एक मुश्त 20 हजार रुपये समय-सीमा में प्रदान की जाये।
प्रमुख सचिव ने कहा है कि बीपीएल परिवार की कल्याणी या विधवा महिला को विभाग द्वारा संचालित पेंशन योजना का लाभ देते समय यह भी देखा जाये कि उस कल्याणी या विधवा ने राष्ट्रीय परिवार सहायता का आवेदन भरा है या नहीं, यदि नहीं भरा है तो उसे भरवाया जाये और बीस हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाये। यह सहायता उन सभी कल्याणी या विधवा पेंशनरों को भी दी जाये जिन्हें राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना का लाभ नहीं मिल सका है।
यह मामला आया था सामने :
सीएम द्वारा समाधान ऑनलाईन के प्रकरणों की समीक्षा में पाया गया था कि जिला बैतूल की बीपीएल परिवार की श्रीमती पिंकी पति गुडई सिंह को दिसम्बर 2019 में कल्याणी पेंशन योजना के तहत 600 रुपये मासिक पेंशन स्वीकृत की गई थी परन्तु राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना का आवेदन नहीं भरवाया जाकर बीस हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान नहीं की गई थी।
- डॉ. नवीन जोशी
जनहानि व मृत्यु के प्रकरणों में बीपीएल परिवारों को 20 हजार रुपये देने के निर्देश
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 1091
Related News
Latest News
- क्या भारत के संभावित जवाबी हमले से पाकिस्तान, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) छोड़ देगा?
- यूपी कैबिनेट के फैसले: नई स्थानांतरण नीति और पार्किंग के नए नियमों सहित 11 महत्वपूर्ण निर्णय
- पुराने यूरोप की मौत: ब्रुसेल्स की आत्म-विस्मृत आत्माएँ और यूरोपीय पतन की कहानी
- मंत्रिपरिषद के अहम फैसले: नक्सल प्रभावित जिलों में 850 पद स्वीकृत, पचमढ़ी की नजूल भूमि अभयारण्य से अलग
- “हमें खुद नहीं पता था, हम क्या पढ़ा रहे थे” - CM मोहन यादव का कटाक्ष, डॉ. इंद्रेश कुमार बोले - “अखंड भारत का सपना देखिए, संस्कारमूलक शिक्षा की है जरूरत”
- भारत में दशकों बाद पहली बार नागरिक सुरक्षा अभ्यास का आदेश, कई राज्यों में मॉक ड्रिल
Latest Posts
