कोविड की परिस्थितियों के कारण विद्यार्थियों के साथ हुए अन्याय को दूर करने का फैसला
भोपाल 19 सितम्बर 2022, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड-19 के कारण अनेक विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने से वंचित होना पड़ा था। विद्यार्थियों के साथ न्याय करते हुए म.प्र. लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए अधिकतम आयु सीमा में 3 वर्ष की वृद्धि एक बार के लिए की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड की परिस्थितियों के कारण भर्ती परीक्षाएँ नियमित रूप से नहीं की जा सकी। इसलिए अनेक बच्चे ओवरएज हो गए हैं। बच्चों ने आग्रह भी किया था कि उन्हें इन परिस्थितियों के कारण अन्याय का शिकार होना पड़ रहा है। राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि परीक्षा न होने से जो बच्चे ओवरएज हो गए उनके साथ अन्याय न हो। इसके लिए एक बार के लिए अधिकतम आयु सीमा को 3 साल के लिए बढ़ाया गया है। विद्यार्थियों का पक्ष न्यायसंगत है, उनके हित में यह निर्णय लिया गया है।
म.प्र. लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए आयु सीमा में तीन वर्ष की वृद्धि-मुख्यमंत्री श्री चौहान
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 1145
Related News
Latest News
- स्वास्थ्य की जो शिक्षा देते हैं, उसे स्वयं भी अपनाएं
- जल जीवन मिशन पर लगाए गए आरोप पाए गए निराधार, मंत्री श्रीमती उइके को क्लीन चिट
- ₹500 करोड़ की अंतरिक्ष उड़ान: निजी मिशन के ज़रिए राष्ट्रीय मिशन की तैयारी
- 🟡 "यूएनओ रिवर्स कार्ड खेल गई सारा!" – कपिल शो में आदित्य रॉय कपूर और सारा अली खान की शादी पर हंसी का धमाका
- अहमदाबाद में स्थापित होगा मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम का कार्यालय : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- दुनिया की सबसे बड़ी FWA सर्विस प्रोवाइडर बनने की राह पर रिलायंस जियो – ICICI Securities