
4 जुलाई 2023। चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं, पंख देती है, जिससे वे ऊंचे आसमान में उड़ सकें। इसी सोच के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों के लिए मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना शुरू की है। आज से प्रशिक्षणार्थी मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के पोर्टल पर पंजीकरण कर सकेंगे। मुख्यमंत्री आज भोपाल के रविंद्र भवन में इसका शुभारंभ करेंगे। योजना में युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले प्रतिष्ठानों का पंजीयन 7 जून 2023 से प्रारंभ हो चुका है, जिसके तहत अब तक 10 हजार 608 प्रतिष्ठानों ने पंजीकरण करवाया है, जिससे 35 हजार 723 पद प्रकाशित हुए हैं।
योजना के लाभ के लिए क्या होनी चाहिए पात्रता?
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में औद्योगिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। इस योजना का हिस्सा 18 से 29 वर्ष के युवा बन सकेंगे। वह मध्य प्रदेश के रहवासी होने चाहिए। उन्होंने 12वीं, आईटीआई या इससे उच्च शिक्षा प्राप्त की हो। योजना में चुने गए युवा को छात्र-प्रशिक्षणार्थी कहा जाएगा।
युवाओं की जेब में कितना आएगा?
योजना में चयनित छात्र-प्रशिक्षणार्थियों को सरकार हर महीने स्टाइपेंड देगी। सरकार ने स्टाइपेंड देने के लिए चार कैटेगिरी बांटी है। 12वीं पास को 8 हजार रुपए, डिप्लोमा पास को 9 हजार रुपए और स्नातक पास या उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले को 10 हजार रुपए का स्टाइपेंड मिलेगा।
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना से क्या मिलेगा लाभ?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का शुभारंभ युवाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए किया है। युवाओं को उद्योग उन्मुख नवीनतम तकनीक और नवीनतम प्रकिया का प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे रोजगार अवसर पैदा होंगे। प्रशिक्षण के दौरान उनको स्टाइपेंड मिलेगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड स्टेट कॉउसिंल फॉर वोकेसनल ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र देगा।
MMSKY पोर्टल कंपनियां कैसे कर सकेंगी पंजीयन?
https://mmsky.mp.gov.in पर संस्था पंजीयन पर क्लिक करें। उसके बाद अधिकृत व्यक्ति की जानकारी दर्ज करें। अपना जीएसटी इन दर्ज कर जरूरी जानकारी को दें। एप्लीकेशन सबमिट करने के बाद यूजर आईडी और पासवर्ड पंजीकृत मोबाइल नंबर पर मिलेगा। यूजर आईडी और पासवर्ड से संस्था लॉग इन कर सकेंगे। संस्था की बेसिक जानकारी दर्ज कर ईपीएफ नंबर (यदि हो तो) से कुल कर्मचारियों की संख्या दर्ज करें। सबकॉन्ट्रेक्टर की जानकारी दर्ज करें (अगर एप्लीकेबल हो)