
18 अगस्त 2025। मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का एक बयान स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान चर्चा का विषय बन गया है। विजयवर्गीय ने इंदौर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “हम इस्लामाबाद में झंडा फहराएँगे। अखंड भारत का सपना एक दिन अवश्य पूरा होगा।”
मंत्री का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिस पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।
विजयवर्गीय का भाषण: "अभी अधूरी है आज़ादी"
वीडियो में कैलाश विजयवर्गीय को यह कहते सुना जा सकता है कि भारत को 1947 में मिली स्वतंत्रता अधूरी थी। उन्होंने कहा –
“भारत माता के दो टुकड़े हुए थे। जिस आज़ादी के लिए भगत सिंह ने फांसी का फंदा पहना, वह हमें 15 अगस्त को नहीं मिली। हमें कटी-फटी आज़ादी मिली है। हम अखंड भारत का सपना देखते हैं और एक दिन ऐसा आएगा जब इस्लामाबाद पर भी तिरंगा लहराएगा।”
अपने भाषण के अंत में उन्होंने “भारत माता की जय” का नारा भी लगाया, जिस पर उपस्थित भीड़ ने तालियों और नारों के साथ उनका समर्थन किया।
#MP #IndependenceDay2025
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) August 16, 2025
"...तिरंगा इस्लामाबाद पर भी फहराएंगे,"
मध्य प्रदेश के भाजपा नेता और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय।
नेता जी पहले भोपाल के लाल परेड में (CM के तौर पर) झंडा फहराना चाहते थे पर आख़िरी वक़्त में बाज़ी कोई और मार गया।
अब नेता जी ने अपना गोल इस्लामाबाद में झण्डा… pic.twitter.com/OvVo83qWfo
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
विजयवर्गीय का यह बयान इंटरनेट पर जमकर चर्चा में है।
कई समर्थकों ने उनके बयान को “राष्ट्रवादी जोश” और “अखंड भारत के संकल्प” से जोड़ा है।
वहीं, आलोचकों ने इसे “राजनीतिक बयानबाज़ी” और “अवास्तविक सपने” करार दिया।
एक यूज़र ने व्यंग्य करते हुए लिखा –
“अगर मंत्री जी न्यूज़ एंकर बन जाएँ तो अमेरिका और मंगल ग्रह पर भी भारतीय झंडा फहरा देंगे!”
दूसरे ने कहा –
“भाजपा नेता का बयान सिर्फ़ भीड़ को उत्साहित करने वाला है, इसका व्यावहारिकता से कोई लेना-देना नहीं।”
राजनीतिक पृष्ठभूमि और विवाद
कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के उन नेताओं में गिने जाते हैं, जो अपने तीखे और विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले भी वे कई बार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं।
“अखंड भारत” का मुद्दा आरएसएस और भाजपा की विचारधारा का हिस्सा रहा है, जिसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित भारत के विभाजन से पहले का भौगोलिक स्वरूप शामिल है।
विपक्षी दलों ने अक्सर ऐसे बयानों को “राजनीतिक एजेंडा” बताते हुए भाजपा पर निशाना साधा है।
स्वतंत्रता दिवस का माहौल और नया विवाद
जहाँ पूरा देश 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की 78वीं वर्षगाँठ मना रहा था, वहीं विजयवर्गीय के इस बयान ने नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस नेताओं ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भाजपा नेता गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए ऐसी बयानबाज़ी करते हैं।
यह बयान आने वाले समय में राजनीतिक बहस को और तेज़ कर सकता है, क्योंकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो अब मुख्यधारा की राजनीति का हिस्सा बन चुका है।