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बीस साला, तीन साला व एक साला उपलब्धियों को चुनावी हथियार बनायेगी भाजपा की सरकार

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Place: भोपाल                                                👤By: prativad                                                                Views: 872

22 अगस्त 2023। राज्य की भाजपा सरकार अपनी बीस साला, तीन साला एवं एक साला उपलब्धियों को आने वाले विधानसभा आम चुनावों के पूर्व चुनावी हथियार बनायेगी। इसके लिये सभी विभागों से ये तीन अवधियों वाली उपलब्धियां मंगाई गईं हैं।

उल्लेखनीय है कि राज्य में भाजपा की सरकार बीस साल पहले वर्ष 2003 में आई थी और तब से वह 17 दिसम्बर 2018 से लेकर 20 मार्च 2020 की पन्द्रह माह की अवधि को छोडक़र लागातार सत्ता में है। वर्तमान कार्यकाल में उसे तीन साल से अधिक हो गये हैं। इसीलिये अब वह अपनी त्रिस्तरीय अवधि वाली उपलब्धियों से अपनी छबि चमकायेगी।

वन विभाग ने भेजा तुलनात्मक विवरण :
तीन अवधियों वाली उपलब्धियों के अंतर्गत राज्य के वन विभाग ने वर्ष 2001-02/वर्ष 2002-03 की स्थिति और वर्ष 2022-23/वर्ष 2023-24 की स्थिति का तुलनात्मक विवरण तैयार किया है। इसमें बताया गया है कि पहले राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयाण्यों पर 3 हजार 413 लाख 30 हजार रूपये व्यय होता था जो अब बढक़र 18 हजार 583 लाख 17 हजार रुपये हो रहा है। इसी प्रकार, पहले तेंदूपत्ता संग्रहण दर

300/ 400 रूपये प्रति मानक बोरा थी जो अब बढक़र 3 हजार रूपये प्रति मानक बोरा हो गई है। इसी प्रकार, वन आवरण के बारे में बताया गया है कि वर्ष 2005 में अति सघन वन 4 हजार 239 वर्ग किलोमीटर था जो वर्ष 2021 में बढक़र 6 हजार 665 वर्ग किलोमीटर हो गया। इसी प्रकार, सामान्य सघन वन वर्ष 2005 में 36 हजार 843 वर्ग किलोमीटर में था जो वर्ष 2021 में घटकर 34 हजार 209 वर्ग
किलोमीटर हो गया। खुले वन जहां वर्ष 2005 में 34 हजार 931 वर्ग किलोमीटर थे जो वर्ष 2021 में बढक़र 36 हजार 619 वर्ग किलोमीटर हो गये। इस प्रकार, जहां वर्ष 2003 में कुल वन आवरण 76 हजार 13 वर्ग किलोमीटर था वह वर्ष 2021 में बढक़र 77 हजार 493 वर्ग किलोमीटर हो गया।

- डॉ. नवीन जोशी


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