भोपाल: 10 अगस्त 2024। इंदौर के एक सरकारी स्कूल में छात्राओं के साथ हुई अमानवीय घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। मोबाइल फोन की तलाशी के बहाने छात्राओं के कपड़े उतारने की घटना की शिकायत मिलने पर मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने गंभीर संज्ञान लिया है।
क्या हुआ था?
मल्हारगंज थाना क्षेत्र के इस स्कूल में शिक्षिका द्वारा छात्राओं के साथ अत्यंत शर्मनाक व्यवहार किया गया। मोबाइल फोन की तलाशी के नाम पर छात्राओं के कपड़े उतारकर उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई गई। इस घटना से छात्राएं मानसिक रूप से अस्त-व्यस्त हो गई हैं और उनके परिजन भी गुस्से में हैं।
हाई कोर्ट का हस्तक्षेप
इस मामले में जनहित याचिका दायर की गई, जिस पर उच्च न्यायालय ने तत्काल सुनवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। न्यायालय ने इस घटना को गंभीर अपराध मानते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मामले की गंभीरता
यह घटना न केवल छात्राओं के साथ बल्कि समाज के लिए भी चिंता का विषय है। स्कूल एक सुरक्षित स्थान होना चाहिए, जहां बच्चे बिना किसी डर के शिक्षा ग्रहण कर सकें। इस तरह की घटनाएं शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं।
मांगें
जनहित याचिका में मांग की गई है कि इस मामले की जांच पॉक्सो एक्ट के तहत की जाए और दोषी शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, स्कूल प्रशासन पर भी कार्रवाई करते हुए बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएं।
आगे की कार्रवाई
उच्च न्यायालय ने इस मामले में अगली सुनवाई की तारीख तय की है। उम्मीद है कि न्यायालय इस मामले में न्याय सुनिश्चित करेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
समाज का दायित्व
यह घटना हमें याद दिलाती है कि बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना हमारा सबका कर्तव्य है। हमें मिलकर ऐसे मामलों में आवाज उठानी होगी और बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए प्रयास करने होंगे।
स्कूली छात्राओं के साथ अमानवीय व्यवहार: हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
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