
27 जनवरी 2025। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज घोषणा की है कि वे जापान की यात्रा पर जा रहे हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश में निवेश को आकर्षित करना और राज्य के विकास के लिए जापान की अत्याधुनिक तकनीक का लाभ उठाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "जापान तकनीक और आर्थिक विकास के क्षेत्र में एक विश्व नेता है। हम मध्यप्रदेश में जापानी निवेशकों को आकर्षित करके राज्य के औद्योगिक विकास को गति देना चाहते हैं। साथ ही, जापान की नवीनतम तकनीक को अपनाकर हम मध्यप्रदेश को देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक बनाना चाहते हैं।"
आज मैं जापान के उद्योगपतियों एवं निवेशकों को मध्यप्रदेश में Global Investors Summit में आमंत्रित करने के लिए जा रहा हूँ। मुझे पूर्ण विश्वास है कि टेक्नोलॉजी और आर्थिक दृष्टि से जापान, मध्यप्रदेश के साथ जुड़कर कार्य करेगा।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 27, 2025
हम अपनी पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ेंगे और युवाओं को भी आगे… pic.twitter.com/uFxdUsVezH
भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए निमंत्रण
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उनकी यात्रा का एक प्रमुख उद्देश्य भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए जापानी उद्योगपतियों को आमंत्रित करना है। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि जापानी कंपनियां मध्यप्रदेश में निवेश करें और राज्य के विकास में भागीदार बनें।"
राज्य के विकास के लिए नई राहें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गरीब, महिला, किसान और युवाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का लक्ष्य है कि सभी वर्गों के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं और राज्य का आर्थिक विकास हो। उन्होंने कहा कि जापान के साथ साझेदारी से मध्यप्रदेश इस दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ाएगा।
टोक्यो में महत्वपूर्ण बैठकें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव अपनी यात्रा के दौरान टोक्यो में कई महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे। इन बैठकों में वे जापानी अधिकारियों, उद्योगपतियों और निवेशकों से मुलाकात करेंगे। वे मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों के बारे में चर्चा करेंगे और दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के उपायों पर विचार-विमर्श करेंगे।
मध्यप्रदेश के विकास के लिए नई संभावनाएं
मुख्यमंत्री की इस यात्रा से मध्यप्रदेश के विकास के लिए नई संभावनाएं खुल रही हैं। जापान के साथ साझेदारी से मध्यप्रदेश आर्थिक विकास, तकनीकी विकास और रोजगार सृजन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
