
18 फरवरी 2025। भोपाल और ग्वालियर में तीन बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग द्वारा किए गए सर्वेक्षण में 50 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का मामला सामने आया है। यह सर्वेक्षण आयकर अधिनियम की धारा 133A के तहत 12 फरवरी को भोपाल के गोविंदपुरा क्षेत्र में श्री मां ग्रुप और शेपर्स कंस्ट्रक्शन, तथा ग्वालियर में परिवार ग्रुप अस्पताल के खिलाफ किया गया।
भोपाल: श्री मां ग्रुप पर आयकर सर्वेक्षण
श्री मां ग्रुप मध्य प्रदेश में मोबाइल, कार्बन क्रेडिट, अलमारी निर्माण, प्लास्टिक दानों, सफेद वस्तुओं के व्यापार और मोबाइल चार्ज वाउचर की थोक बिक्री करता है। जांच के दौरान यह पाया गया कि कंपनी खातों में दर्ज किए गए खर्चों का उचित विवरण देने में विफल रही।
इस सर्वेक्षण के दौरान श्री मां मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, पॉलीश्री प्राइवेट लिमिटेड और ओयू ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड समेत संबंधित कंपनियों के समूह में 6.20 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय सरेंडर की गई। करदाता ने इस राशि पर अतिरिक्त कर चुकाने की प्रतिबद्धता जताई है।
भोपाल: शेपर्स कंस्ट्रक्शन पर कार्रवाई
आयकर विभाग ने गोविंदपुरा के पंजाबी बाग स्थित शेपर्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड पर भी सर्वेक्षण किया। यह समूह सरकारी ठेकों, रेत और पत्थर खनन के कारोबार से जुड़ा हुआ है।
जांच के दौरान कंपनी के खातों में 7.26 करोड़ रुपये की लंबी अवधि से लंबित विविध देनदारियां पाई गईं। जब करदाता से इन लंबित देनदारियों के बारे में पूछा गया, तो उसने स्वीकार किया कि ये देनदारियां अब समाप्त हो चुकी हैं और इन्हें 'बट्टे खाते' में डालने का निर्णय लिया गया।
इसके अलावा, शेपर्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड द्वारा किए गए कई खर्चों में विसंगतियां पाई गईं, जिनका संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। इस कारण से, 7.79 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय को अपुष्ट व्यय के रूप में स्वीकार किया गया। इस सर्वेक्षण में कुल 15.06 करोड़ रुपये की अघोषित आय का खुलासा हुआ, जिस पर करदाता ने अतिरिक्त कर चुकाने का वचन दिया है।
ग्वालियर: परिवार ग्रुप अस्पताल पर सर्वेक्षण
ग्वालियर के सबसे बड़े निजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में से एक परिवार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के खिलाफ भी आयकर सर्वेक्षण किया गया।
इस कार्रवाई के तहत फार्मेसी, डायग्नोस्टिक सेंटर सहित कुल छह परिसरों की जांच की गई, जिसमें बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकद प्राप्तियां और अघोषित लेनदेन सामने आए। आयकर विभाग ने पाया कि पूरे समूह में 30 करोड़ रुपये से अधिक की अज्ञात और अघोषित आय थी, जिसमें अस्पष्ट प्राप्तियां और खर्च शामिल थे।
कुल 50 करोड़ रुपये की कर चोरी का पर्दाफाश
भोपाल और ग्वालियर के इन प्रतिष्ठानों पर हुई कार्रवाई में कुल 50 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का खुलासा हुआ है। संबंधित करदाताओं ने इस आय को सरेंडर किया और अतिरिक्त कर भुगतान करने की प्रतिबद्धता जताई है। आयकर विभाग इस मामले में आगे की जांच जारी रखे हुए है।