
एमएसएमई को मिली नई दिशा, ‘मेड इन एमपी’ को वैश्विक पहचान
28 फरवरी 2025। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) भोपाल से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इस समिट के जरिए राज्य में 1.3 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, साथ ही वे उद्यमी बनने की राह भी अपना सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम-मुद्रा, पीएम-विश्वकर्मा और एमएसएमई क्रेडिट गारंटी योजना जैसी नीतियों से छोटे उद्योगों को मजबूती मिली है।
इस समिट के दौरान एमएसएमई कंपनियों से 21 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिससे राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा और स्थानीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में सहायता मिलेगी।
व्यापक बैठकें और तकनीकी नवाचार
GIS भोपाल में 600+ बी-2-जी (बिजनेस टू गवर्नमेंट) और 5,000+ बी-2-बी (बिजनेस टू बिजनेस) बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें उद्योगपतियों, निवेशकों और MSME कंपनियों ने भाग लिया।
पहली बार एआई-आधारित बिजनेस मैचमेकिंग टूल का उपयोग किया गया, जिससे सही निवेशकों और उद्यमियों को जोड़ने में सहायता मिली।
इन बैठकों ने मध्यप्रदेश को वैश्विक औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एमएसएमई क्षेत्र में सरकार की विशेष पहल
मध्यप्रदेश सरकार ने MSME क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। हाल ही में कैबिनेट में नई MSME नीति को मंजूरी दी गई, जिसमें शामिल हैं:
✔ औद्योगिक क्षेत्रों का विकास और प्रबंधन उद्योग संघों के माध्यम से
✔ लघु, मध्यम और सूक्ष्म इकाइयों को औद्योगिक भूमि आवंटन
✔ फ्लैट-बेस्ड उद्योग लगाने की अनुमति
✔ 53,000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य, जिससे 86 लाख रोजगार सृजित होने की संभावना
✔ ई-बिडिंग प्रणाली के माध्यम से पारदर्शी भूमि आवंटन प्रक्रिया
इसके अतिरिक्त, MSME इकाइयों को आसान वित्तीय सहायता, टैक्स इंसेंटिव, लैंड अलॉटमेंट और 'ईज-ऑफ-डूइंग बिजनेस' सुधारों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को बढ़ावा देने के लिए एआई, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और ऑटोमेशन अपनाने पर काम किया जा रहा है।
MSME के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने के लिए विशेष योजनाओं पर भी कार्य हो रहा है।
प्रमुख निवेशक कंपनियां
GIS भोपाल में कई MSME कंपनियों ने राज्य में निवेश करने में रुचि दिखाई, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
वकी प्राइवेट लिमिटेड (इंदौर)
भगवती तीरथ पॉली कंटेनर्स इंडस्ट्री
इवेट लिमिटेड (भोपाल)
आहाराम मिल्स प्राइवेट लिमिटेड (नीमच)
डीटवी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (इंदौर)
ईजीटेक एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (भोपाल)
भविष्य की संभावनाएं
राज्य सरकार 2025 तक MSME क्षेत्र में और अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं लागू करने जा रही है।
MSME सेक्टर के लिए समर्पित इनक्यूबेशन सेंटर्स और इंडस्ट्रियल क्लस्टर विकसित किए जाएंगे।
स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए 'मेड इन एमपी' अभियान को और सशक्त बनाया जाएगा।
GIS-2025 से मध्यप्रदेश को मिलेगी आर्थिक गति
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भोपाल से मध्यप्रदेश MSME उद्योगों के लिए एक प्रमुख इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनेगा। इससे न केवल राज्य की आर्थिक प्रगति को बल मिलेगा, बल्कि छोटे और मध्यम उद्यमों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने का मौका भी मिलेगा।