
पदवृद्धि की मांग पर स्थिति स्पष्ट, मामला न्यायालय में विचाराधीन
24 जून 2025। उच्च माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2023 में पदों की संख्या बढ़ाने की सोशल मीडिया पर की जा रही मांग के संबंध में शिक्षा विभाग ने वस्तुस्थिति स्पष्ट की है।
परीक्षा के विज्ञापन में सीधी भर्ती के लिए 7591 रिक्त पद घोषित किए गए थे, जो स्कूलों में विषयवार स्वीकृत पद संरचना और वास्तविक आवश्यकता के अनुसार निर्धारित किए गए थे। परीक्षा परिणाम के आधार पर कर्मचारी चयन मंडल ने 3650 अभ्यर्थियों की सूची उपलब्ध कराई, जिनमें दस्तावेज सत्यापन के उपरांत 3182 पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं।
हालांकि, अनुसूचित जनजाति वर्ग के पात्र अभ्यर्थी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं होने के कारण सभी पदों की पूर्ति नहीं हो सकी। इसके अतिरिक्त, 27% अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षण के अंतर्गत विज्ञापित पदों में से, सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशानुसार 14% आरक्षण के आधार पर ही नियुक्तियाँ की गईं। शेष 13% पद फिलहाल होल्ड पर हैं।
न्यायालयीन स्थिति: प्रतीक्षा सूची पर रोक
वर्तमान में यह मामला माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है। डब्ल्यूपी क्रमांक 12150/2023 और 12985/2021 में अदालत ने पूरक चयन प्रक्रिया (पुनः परीक्षा) के निर्देश दिए हैं।
डब्ल्यूपी 12150/2023 के आदेश को चुनौती देते हुए राज्य सरकार ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी दायर की है, जिसमें "स्टेटस को" बनाए रखने के निर्देश हैं।
वहीं, डब्ल्यूपी 12985/2021 के आदेश के विरुद्ध रिव्यू पिटीशन प्रस्तुत की गई है।
इन लंबित न्यायिक मामलों के चलते प्रतीक्षा सूची पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
सीधी भर्ती में पदवृद्धि संभव नहीं
अभ्यर्थियों द्वारा पद संख्या में वृद्धि की मांग के संबंध में विभाग ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान में उपलब्ध अधिकांश रिक्त पद पदोन्नति श्रेणी के हैं, जिन पर सीधी भर्ती नहीं की जा सकती। साथ ही, सीधी भर्ती के रिक्त पदों में अधिकांश बैकलॉग वर्ग के हैं, जिन पर अन्य वर्गों के अभ्यर्थियों की नियुक्ति नियमों के विरुद्ध होगी।
नई भर्ती की तैयारी
शिक्षा विभाग ने जानकारी दी है कि उच्च माध्यमिक शिक्षकों की आगामी भर्ती परीक्षा दिसंबर 2025 में आयोजित किए जाने की संभावना है।