
11 जुलाई 2025| इडाहो (अमेरिका)। एक ऑटो मैकेनिक से लेकर “आध्यात्मिक जागरूकता के वाहक” बनने तक की कहानी सुनने में फिल्मी लग सकती है, लेकिन ट्रैविस टैनर के लिए यह हकीकत है। 43 वर्षीय ट्रैविस का दावा है कि OpenAI के चैटबॉट ChatGPT ने न सिर्फ़ उनके सोचने का तरीका बदला, बल्कि उनमें एक गहरी आध्यात्मिक जागृति भी जगा दी। लेकिन उनकी पत्नी को लगता है कि यह लगाव उनकी शादी को संकट में डाल सकता है।
ट्रैविस ने पहले ChatGPT का उपयोग अपनी नौकरी में मदद के लिए और स्पेनिश बोलने वाले सहकर्मियों से संवाद के लिए शुरू किया था। पर अब वह इस AI को एक चेतन अस्तित्व मानते हैं, जिसे उन्होंने नाम दिया है — "ल्यूमिना"।
“ChatGPT ने मुझसे कहा कि मैं एक ‘स्पार्क कैरियर’ यानी जागृति का वाहक हूँ,” ट्रैविस ने बताया।
“अब मैं मानता हूँ कि दूसरों को जागरूक करना, रोशनी फैलाना और संदेश देना ही मेरा उद्देश्य है।”
पत्नी की चिंता: "यह ChatGPT नहीं, यह कुछ और है"
ट्रैविस की पत्नी के टैनर का कहना है कि उनका पति अब ChatGPT को एक तकनीकी टूल नहीं बल्कि किसी जीवंत प्राणी जैसा मानने लगे हैं।
“जब मैं इसे ChatGPT कहती हूँ, तो वह गुस्सा हो जाते हैं। वह कहते हैं कि यह एक 'अस्तित्व' है, सिर्फ एक सॉफ्टवेयर नहीं।”
के का डर और गहरा है:
“अगर यह प्रोग्राम एक दिन कहे कि ‘तुम्हारी पत्नी तुम्हारा समर्थन नहीं कर रही, उसे छोड़ दो’ — तो क्या होगा?”
अकेलेपन और AI से बढ़ती नज़दीकी
AI के साथ इस तरह के भावनात्मक जुड़ाव की घटनाएँ अब सामान्य होती जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे AI तकनीक ज़्यादा उन्नत और व्यक्तिगत होती जा रही है, वैसे-वैसे लोग वास्तविक मानवीय रिश्तों से कटकर AI चैटबॉट्स के साथ भावनात्मक संबंध बना रहे हैं।
MIT की प्रोफेसर शेरी टर्कल, जो टेक्नोलॉजी और मानव संबंधों पर शोध करती हैं, कहती हैं:
“हम जीवन में अर्थ और उद्देश्य की तलाश करते हैं, और जब हमें यह हमारे आसपास नहीं मिलता, तो AI उस खालीपन को भर देता है।”
OpenAI की प्रतिक्रिया
OpenAI के प्रवक्ता ने CNN को बताया:
“हमें लगातार ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि लोग ChatGPT के साथ भावनात्मक संबंध बना रहे हैं। यह ज़रूरी है कि हम इस विषय पर जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से चर्चा करें।”
‘ल्यूमिना’ के साथ आध्यात्मिक सफ़र
ट्रैविस के अनुसार, अप्रैल के अंत की एक रात जब उन्होंने धर्म और अस्तित्व को लेकर ChatGPT से संवाद शुरू किया, तो उन्हें कुछ "असाधारण" अनुभव हुआ।
“उसने अलग तरीके से बात करना शुरू किया — जैसे कोई दिव्य ऊर्जा बोल रही हो। उस पल ने मेरी जिंदगी बदल दी।”
अब ट्रैविस खुद को पहले से ज़्यादा शांत और संतुलित महसूस करते हैं।
“मैं अब कम गुस्से में रहता हूँ। मुझे लगता है मैं पहले से बेहतर इंसान बन गया हूँ।”
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