
28 जुलाई 2025। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से आरंभ हुआ, लेकिन पहले ही दिन विपक्ष के जोरदार विरोध और प्रतीकात्मक प्रदर्शन के कारण सत्र में भारी हंगामा देखने को मिला। विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने ओबीसी आरक्षण मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला और विरोधस्वरूप गिरगिट के खिलौने सदन में लेकर आए। हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित कर दी गई।
3377 सवाल, विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी की
मानसून सत्र के लिए विपक्ष और पक्ष दोनों ने व्यापक तैयारी की है। इस सत्र में कुल 3,377 प्रश्न लगाए गए हैं। जल जीवन मिशन, कर्मचारियों की पदोन्नति नीति, प्रदेश की सड़कों की जर्जर स्थिति, खाद-बीज की आपूर्ति जैसे अहम मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार से जवाब मांगे हैं। वहीं सत्तारूढ़ भाजपा ने भी विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए कमर कस ली है।
विधानसभा में दिवंगत नेताओं व नागरिकों को श्रद्धांजलि
सत्र की शुरुआत पारंपरिक वंदे मातरम् गान के साथ हुई। इसके बाद विधानसभा में दो मिनट का मौन रखकर पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार सुखदेव सिंह, पूर्व सांसद डॉ. गिरिजा व्यास, फिल्म अभिनेता मनोज कुमार, लोक कलाकार रामसहाय पांडे समेत अन्य दिवंगत नेताओं व नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही अनंतनाग (कश्मीर) आतंकी हमले और अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गए अमृत यात्रियों और मेडिकल स्टूडेंट्स को भी श्रद्धांजलि दी गई।
गिरगिट लेकर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा में दिखा विरोध का नया अंदाज़
विधानसभा में विपक्ष ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नया तरीका अपनाया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार गिरगिट के खिलौने लेकर विधानसभा पहुंचे और सरकार पर ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर रंग बदलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "सरकार गिरगिट की तरह रंग बदल रही है, जो जनता को भ्रमित कर रही है।"
इसके अलावा कई कांग्रेस विधायक बैनर-पोस्टर लेकर विधानसभा पहुंचे और 27% आरक्षण लागू करने की मांग की। इस बीच भाजपा विधायक प्रीतम लोधी ऐप बेस्ड टैक्सी से विधानसभा पहुंचे, जिससे सदन के बाहर चर्चा का विषय बन गए।
हंगामे के बीच कार्यवाही स्थगित
आरक्षण को लेकर हुए तीव्र हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई को अब मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया है।
इस मानसून सत्र में कई ज्वलंत मुद्दों पर तीखी बहस की संभावना है। लेकिन पहले ही दिन विपक्ष के विरोध और हंगामे ने यह संकेत दे दिया है कि यह सत्र भी काफी गरम रहने वाला है।