भोपाल: 12 जुलाई 2023, 01:25 PM। मध्य प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन भी सदन में जमकर हंगामा हुआ। आदिवासी उत्पीड़न, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विपक्षी विधायकों ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा करना शुरू कर दिया। बार-बार हंगामे की स्थिति को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने दोपहर बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही पांच दिन का मानसून सत्र महज दो दिन में ही खत्म हो गया। 15 जुलाई तक चलना था सदन। इस बीच अनुपूरक बजट भी हंगामे के बीच ही हुआ पारित।
विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित। सदन 15 जुलाई तक चलना था. दूसरे दिन ही अंतिम सत्र हुआ खत्म। अनुपूरक बजट हंगामे के बीच हुआ पारित। कांग्रेस ने आदिवासी उत्पीड़न पर स्थगन मांगा था, जो नहीं मिला। इसके बाद हंगामा हुआ। यह देखकर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।
बता दें विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि जालिम तानाशाह सीएम शिवराज सत्र नहीं चलाने दे रहे हैं। विपक्ष की बात नहीं सुन रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि जब तक सरकार स्थगन लाकर आदिवासी मुद्दों पर चर्चा नहीं कराती, विपक्ष सदन की कार्यवाही नहीं चलने देगा।
नारेबाजी के बीच स्थगित हुआ सदन
बता दें कि सदन के दूसरे दिन विपक्ष ने आदिवासी मुद्दों को लेकर जमकर नारेबाजी की। विपक्ष की नारेबाजी बढ़ती देख स्पीकर गिरीश गौतम ने सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। बता दें कि सदन की कार्यवाही के दौरान बिछिया से कांग्रेस विधायक नारायण सिंह पट्टा ने कान्हा नेशनल पार्क के कर्मचारियों को विशेष भत्ता देने की मांग उठाई.उन्होंने कहा कि गांव में कोटवार को मात्र 500-600 रुपये ही मिलते हैं। इतने पैसे में 3-4 किलो टमाटर ही आ पाता है। उन्होंने मानदेय बढ़ाने की मांग की।
मध्य प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन भी हंगामा, सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
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