8 जनवरी 2023। केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के पहले दिन ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर के नक्षत्र लॉन में सांस्कृतिक संध्या में प्रवासी भारतीयों का मध्यप्रदेश में स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदेश मंत्री श्री जयशंकर के साथ आदि गुरु शंकराचार्य के दर्शन को समर्पित "एकात्म धाम, द जर्नी फॉर वननेस" पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य महाराज ने भारत को सांस्कृतिक रूप से एक किया है। उनकी संकल्पना पर भारत यह मानता है कि एक ही चेतना हम सब में हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सृष्टि के कण-कण में भगवान विराजमान हैं। हम सब एक हैं। आदि गुरु शंकराचार्य ने भी इसी अवधारणा को अद्वैत वेदांत के दर्शन के रूप में रखा। दुनिया की हर समस्या का समाधान इसमें है। इसी अवधारणा को समर्पित ओंकारेश्वर में एकात्म धाम का निर्माण किया जा रहा है।
सांस्कृतिक संध्या में कोरियोग्राफर सुश्री मैत्रेयी पहाड़ी के निर्देशन में संस्कृति विभाग की उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के विद्यार्थियों ने आकर्षक सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किए।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव और मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस भी उपस्थित रहें।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद सभी प्रवासी भारतीयों के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया गया। रात्रि भोज में सभी प्रवासी भारतीयों को प्रदेश के सभी अंचलों के स्थानीय व्यंजन, इंदौर के स्पेसिफिक फूड आइटम सहित लजीज व्यंजनों की श्रंखला रखी गई।
आदि गुरु शंकराचार्य महाराज ने भारत को सांस्कृतिक रूप से एक किया : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
Place:
Bhopal 👤By: prativad Views: 864
Related News
Latest News
- रूस भारत के साथ, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूर्ण समर्थन: पुतिन
- राजस्व रिकार्ड में जल संरचनाओं को संरक्षण के उद्देश्य से किया जा रहा है दर्ज
- प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को 20 प्रतिशत तक बढ़ाना लक्ष्य: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
- महाकुंभ में वायरल हुईं हर्षा रिछारिया को मुस्लिम युवक ने भेजा शादी का प्रस्ताव, तीखा जवाब हुआ वायरल
- सुपरमॉडल बेला हदीद को विज्ञान ने ठहराया दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला, चेहरे की बनावट 94.35% परफेक्ट
- श्योपुर से इतिहास रच गया: DRDO ने किया भारत की पहली स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप का सफल परीक्षण, 17 किमी की ऊंचाई तक पहुंची उड़ान
Latest Posts
