
? Prativad.com रिपोर्ट | 9 अप्रैल 2025
पर्यावरण और जलवायु के साथ हो रहे वैश्विक खिलवाड़ का खामियाजा अब सीधे तौर पर आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में ग्लोबल वॉर्मिंग का असर अब रिकॉर्डतोड़ गर्मी और असामान्य तापमान के रूप में सामने आ रहा है। इस बार प्रदेश में गर्मी का कहर आम वर्षों से कहीं ज्यादा भयानक रहने वाला है।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस साल प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री तक ज्यादा जा सकता है। इसका मतलब है कि अप्रैल से जून के बीच भयंकर लू और तेज धूप लोगों का जीना मुश्किल कर सकती है।
?️ अप्रैल की शुरुआत में ही 40°C के पार – पहली बार!
मध्य प्रदेश में आमतौर पर अप्रैल की शुरुआत में तापमान 38 से 40 डिग्री के बीच रहता है। लेकिन इस बार शुरुआत में ही तापमान 40 डिग्री पार कर चुका है। वहीं रात का न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री तक पहुंच चुका है — जो सीधे तौर पर जलवायु असंतुलन का संकेत है।
मौसम विभाग और विशेषज्ञों का कहना है कि इसके पीछे जलवायु परिवर्तन, समुद्री धाराओं में असंतुलन और ग्रीनहाउस गैसों का बढ़ता प्रभाव है।
? ग्लोबल वॉर्मिंग से पिघल रहे ध्रुव, जलस्तर बढ़ा
जलवायु परिवर्तन की वजह से ध्रुवीय क्षेत्रों की बर्फ तेजी से पिघल रही है। इससे न सिर्फ समुद्री जलस्तर बढ़ा है, बल्कि धरती का तापमान भी बेकाबू हो रहा है।
इंदौर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. हीरालाल खपड़िया ने Prativad.com से खास बातचीत में बताया:
"पहले अप्रैल के शुरुआती हफ्तों में इतनी गर्मी नहीं पड़ती थी। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। जलवायु परिवर्तन अब हमारे सिर पर है, और इसके दुष्परिणाम दिखने लगे हैं।"
⚠️ 12 अप्रैल तक चरम पर पहुंचेगा तापमान – अलर्ट जारी
डॉ. खपड़िया के अनुसार, 12 अप्रैल तक भीषण गर्मी का दौर जारी रहेगा। इसके बाद थोड़ी राहत की उम्मीद है, लेकिन लू का खतरा बना रहेगा।
मौसम विभाग ने लू को लेकर अलर्ट जारी किया है — खासकर दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
?️ इन राज्यों में भी दिखेगा कहर
मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, और कर्नाटक व तमिलनाडु के उत्तरी इलाके इस साल भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहेंगे।