14 दिसंबर 2025। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के न्योते पर मुख्यमंत्री मोहन यादव अगले महीने स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाली WEF वार्षिक बैठक में हिस्सा लेंगे। यह सम्मेलन 19 से 23 जनवरी तक आयोजित होगा और इस बार इसकी थीम रखी गई है ‘ए स्पिरिट ऑफ डायलॉग’।
मुख्यमंत्री के साथ राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल भी दावोस जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री सचिवालय के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के ACS मनु श्रीवास्तव, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह, तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह और एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक चंद्रमौली शुक्ला शामिल हैं।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के आमंत्रण पर दावोस जा चुके हैं। WEF में हर साल दुनिया भर के बड़े उद्योगपति, नीति निर्माता और वैश्विक संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इस बार भारत से तीन मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें मोहन यादव के अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने कहा है कि एक इंटरनेशनल पब्लिक-प्राइवेट कोऑपरेशन प्लेटफॉर्म के तौर पर वह राज्य सरकारों के साथ सीधे और केंद्रित एजेंडे पर काम करना चाहता है, ताकि ठोस और व्यावहारिक नतीजे सामने आ सकें। फोरम का मानना है कि पब्लिक-प्राइवेट संवाद में लचीलापन ही बड़े बदलाव की नींव होता है, इसलिए यह बैठक सरकारों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और ग्लोबल कंपनियों को एक मंच पर लाएगी।
WEF ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश ने तकनीक और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के जरिए सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स पर भारत की प्रगति को आगे बढ़ाने में अहम सफलता हासिल की है।














