11 अगस्त 2017। प्रदेश में जल संसाधन विभाग की सिंचाई परियोजनाओं में 50 निर्माणाधीन और 54 प्रस्तावित हैं। निर्माणाधीन परियोजनाओं की कुल लागत 32 अरब 59 करोड़ 75 लाख 28 हजार रुपये है जिससे 1 लाख 25 हजार 994 हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी तथा 586.44 मिलियन घनमीटर जल संग्रहण हो सकेगा। इनमें जबलपुर जिले की सात परियोजनायें भी शामिल हैं।
इसी प्रकार, प्रस्तावित 54 परियोजनाओं की कुल लागत 13 अरब 96 करोड़ 89 लाख 91 हजार रुपये की है जिनसे 53 हजार 6 हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी तथा 399.63 मिलियन घनमीटर जल संग्रहण हो सकेगा। इनमें जबलपुर जिले की एक परियोजना शामिल है।
निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाओं में जबलपुर जिले की घुघरनाला और उरम तालाब योजना प्रगतिरत हैं तथा इन्हें क्रमश: मार्च 2018 और दिसम्बर 2017 में पूर्ण करने का लक्ष्य है जबकि डरगर तालाब योजना हेतु निविदा आमंत्रित कर ली गई है और यह जून 2020 तक पूर्ण होगी। इसी प्रकार, जबलपुर जिले की बघराजी केनाल योजना, हिरन मध्यम योजना तथा छीताखुदरी योजना स्वीकृत हो गई है तथा इन तीनों को जून 2021 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इसी प्रकार, बालाघाट जिले में 5, डिण्डौरी जिले में 15, नरसिंहपुर जिले में एक, मंडला जिले में 6 तथा अनूपपुर जिले में 3 योजनायें निर्माणाधीन हैं।
जबलपुर जिले में प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं में रामपुरी तालाब योजना शामिल है जोकि अभी परीक्षणाधीन है तथा इसे जून 2021 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। छिन्दवाड़ा जिले में चार योजनायें क्रमश: सावलखेड़ा स्टापडेम आन सीतारीवा रिवर, झिरना स्टापडेम, बकरालखापा तालाब एवं घोघरिधाना योजना सर्वेक्षणधाीन हैं। इसी प्रकार, डिण्डौरी जिले में 5, सिवनी जिले में 4, कटनी जिले में एक, नरसिंहपुर जिले में एक, मंडला जिले में 4, बालाघाट जिले में 6 तथा अनूपपुर जिले में 2 योजनायें प्रस्तावित हैं।
- डॉ नवीन जोशी













