
3 अक्टूबर 2017। प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित विश्व विख्यात खजुराहो मंदिर क्षेत्र की सड़कों में अब राज्य की शिवराज सरकार सड़कों के किनारे मदिरालय खोलेगी। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह शासनकाल में विदेशियों को आकर्षित करने के लिये वहां कैसिनो यानि जुआघर खोलने की कवायद हुई थी जिसका तत्समय की विपक्षी पार्टी भाजपा ने जमकर विरोध किया था जिससे ये कैसिनो वहां नहीं खुल पाये थे। उल्लेखनीय है कि खजुराहो में हिन्दू एवं जैन धार्मिक स्थल हैं तथा यूनेस्को ने इसे वल्र्ड हेरिटेज घोषित किया हुआ है।
दरअसल राज्य सरकार ने नगर तथा ग्राम संचालनालय के माध्यम से खजुराहो विकास योजना 2011 में उपातंरण प्रस्तावित कर दिये हैं तथा इन पर आम लोगों से दावे एवं आपत्तियां आमंत्रित की हैं। 12 अक्टूबर के बाद ये नये उपांतरण प्रभावशील कर दिये जायेंगे।
प्रस्तावित उपांतरणों में कहा गया है कि यातायात उपयोग के अंतर्गत व्यापारिक शोरुम, होटल, मोटल, धर्मशाला, उपासना केंद्र क्लब तथा ईंधन भराव केंद्र के अलावा मदिरालय भी खुल सकेंगे। यातायात उपयोग के अंतर्गत खजुराहो के मुख्य मार्गों के किनारे उक्त स्थल खोले जाने का प्रावधान किया गया है। मदिरालयों में शराब की दुकानों के साथ-साथ बार, लिकर पब आदि सब शामिल हैं। हालांकि खजुराहो में पर्यटन निगम आदि की होटलों में पहले से ही मदिरालय संचालित हैं लेकिन नये उपबंधों में खजुराहो की सड़कों के किनारे नये मदिरालयों की स्थापना का प्रावधान किया गया है। जबकि मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि प्रदेश में शराब की नई दुकानें नहीं खोली जायेंगी।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि खजुराहो विकास योजना में उपांतरण प्रस्तावित किया गया है जिसमें यातायात उपयोग के अंतर्गत मुख्य मार्गों के किनारे मदिरालयों की स्थापना का भी उपबंध किया गया है।
- डॉ नवीन जोशी