26 मई 2018। मध्यप्रदेश के साठ वर्ष से अधिक आयु के वृध्दजन अब मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत महाराष्ट्र के प्रसिध्द तीर्थस्थल पंढरपुर के भी नि:शुल्क दर्शन कर सकेंगे। इस संबंध में राज्य सरकार ने नियमों में नवीन प्रावधान कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने छह साल पहले 25 जून 2012 को तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत की थी। इसमें साठ वर्ष से अधिक पुरुष-महिला वृध्दजनों को देश के चिन्हित तीर्थस्थलों के दर्शन नि:शुल्क कराने का प्रावधान किया गया। पहली बार में सत्रह तीर्थस्थल चिन्हित किये गये जिनमें शामिल थे बद्रीनाथ, केदारनाथ, जगन्नाथपुरी, द्वारका पुरी, हरिद्वार, अमरनाथ, वैष्णोदेवी, शिर्डी, तिरुपति, अजमेर शरीफ, काशी-वाराणसी, गया, अमृतसर, रामेश्वरम, समवेत शिखर, श्रवणबेलगोला तथा वेलांगणी चर्च-नागापट्टनम तमिलनाडु। इसके बाद 1 सितम्बर 2014 को 18 वां तीर्थस्थल श्री रामदेवरा-जैसलमेर राजस्थान जोड़ा गया।
तत्पश्चात 28 फरवरी 2017 को और तीर्थस्थल जोड़े गये जिनमें गंगा सागर, कामाख्या देवी, गिरनार जी, पटना साहिब और मप्र के तीर्थस्थल उज्जैन, मैहर, श्री रामराजा मंदिर ओरछा, चित्रकूट एवं ओंकारेश्वर शामिल हैं। अब इन तीर्थस्थलों की सूची में महाराष्ट्र राज्य का पंढरपुर भी जोड़ दिया गया है। राज्य सरकार ने महिला वृध्दजनों को तीर्थ दर्शन योजना में शामिल होने के लिये आयु सीमा में दो वर्ष की छूट भी प्रदान की हुई है यानि वे 58 वर्ष की उम्र में भी तीर्थ दर्शन कर सकेंगी।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि पंढरपुर नया तीर्थस्थल जोड़ा गया है। अभी जुलाई तक पहले वाले तीर्थस्थलों के दर्शन के कार्यक्रम बन चुके हैं क्योंकि इसके लिये रेल्वे से टाईअप करना होता है। जुलाई माह के बाद पंढरपुर तीर्थस्थल की यात्रा कराई जायेगी। इसमें महाराष्ट्र राज्य से जुड़े प्रदेश के जिलों के लोग ज्यादा जायेंगे।
? डॉ. नवीन जोशी
प्रदेश के वृध्दजन अब पंढरपुर तीर्थ के भी दर्शन कर सकेंगे
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Bhopal 👤By: Admin Views: 1439
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