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रवीन्द्र जैन
भोपाल। मप्र की राजनीति में कैलाश विजयवर्गीय जमीन से जुड़े ऐसे नेता हैं जिन्हें भाजपा के नए और पुराने दोनों पीढ़ी के नेता तो पसंद करते ही हैं, विपक्ष में भी उनके चाहने वालों की कमी नहीं है। लंबे समय बाद बुधवार को कैलाश विजयवर्गीय ने भोपाल में भुट्टा पार्टी का आयोजन कर मप्र की राजनीतिक प्याले में तूफान ला दिया। भाजपा के पुराने और उपेक्षित नेता भी इस पार्टी में सक्रिय नजर आए। खास बात यह है कि कैलाश विजयवर्गीय की पार्टी में विपक्षी दल के कमलनाथ से लेकर डॉ. गोविंद सिंह, केपी सिंह, एन.पी प्रजापति तक उत्साह से शामिल हुए। कुल मिलाकर कैलाश विजयवर्गीय प्रदेश के नेताओं को भुट्टा खिलाकर प्रदेश की राजनीतिक नब्ज को टटोलकर इंदौर रवाना हो गए हैं। मजेदार बात यह है कि भोपाल आने से पहले कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह से भी गुफ्तगूं की थी। इस पार्टी के जरिए कैलाश और शिवराज ने यह भी संदेश देने की कोशिश की कि मप्र की राजनीति में कैलाश और शिवराज की दोस्ती बनी रहेगी।
लंबे समय बाद कैलाश विजयवर्गीय मप्र में अचानक सक्रिय हुए हैं। उन्होंने विधानसभा सत्र को देखते हुए विधानसभा परिसर में ही भुट्टा पार्टी का आयोजन किया। उनकी पार्टी के एक दिन पहले सरकार ने अचानक विधानसभा सत्र समाप्त करा दिया। कई विधायक भोपाल से चले गए। इसके बाद भी कैलाश विजयवर्गीय की भुट्टा पार्टी में बड़ी संख्या में भाजपा के मंत्री, विधायक, नेता, पत्रकार और विपक्ष के तमाम नेता शामिल हुए। इस पार्टी में लंबे समय से हंसिए पर चल रहे पूर्व राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम वर्मा जैसे नेता काफी सक्रिय दिखाई दिए। नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ अपनी पार्टी के तमाम नेता को साथ लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने न केवल लंबे समय तक पार्टी का आनंद लिया बल्कि कैलाश का हाथ पकड़कर दोस्ती के तराने भी गाए। भुट्टों के व्यंजनों के स्वाद से अधिक मिठास कैलाश विजयवर्गीय और उनके शार्गिद विधायक रमेश मेंदोला व आकाश विजयवर्गीय की आवभगत और मिलनसारिता में दिखाई दे रही थीं। कैलाश की पार्टी में सिंधिया खेमे के स्थानीय नेता तो नजर नहीं आए लेकिन कई मंत्री जरूर सक्रिय दिखाई दिए।
एक दिन कई मुलाकात
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कैलाश विजयवर्गीय बुधवार को सुबह ही विमान से भोपाल पहुंचे थे। 24 घंटे से कम समय वे भोपाल में रहे। इस दौरान उन्होंने जिस तरह नेताओं से मुलाकात की उससे प्रदेश की राजनीति में बड़ा संदेश गया है। विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दफ्तर में पहुंचकर चाय पी, कुछ देर बाद राज्यपाल से सौजन्य मुलाकात की। स्पीकर गिरीश गौतम के घर भी पहुंचे तो शिवराज के खास मंत्री अरविंद भदौरिया के घर भी मिठाई खाई। भाजपा में लगभग निष्कासित किए जा चुके पूर्व मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार का हाल जानने उनके घर पहुंचे तो अपने सबसे चहेते मंत्री कमल पटेल के घर उनके परिवार के साथ भी गप-शप करते नजर आए। शिक्षा मंत्री इन्दरजीत परमार के घर पर भी दस्तक दी। कैलाश की इन मुलाकातों के मायने तलाशे जा रहे हैं।
भुट्टा खिलाकर मध्यप्रदेश की राजनीतिक नब्ज टटोल गए कैलाश विजयवर्गीय
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 1827
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