
12 मई 2025। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच मध्य प्रदेश में बिजली आपूर्ति के केंद्रीय तंत्र पर साइबर हमलों में खतरनाक तेजी दर्ज की गई है। राज्य के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (SLDC) पर हर दिन 100 से 150 तक साइबर अटैक के प्रयास किए जा रहे हैं, जिन्हें कंपनी की मजबूत फायरवाल सुरक्षा प्रणाली द्वारा समय रहते रोका जा रहा है।
मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्यालय से संचालित यह सिस्टम पूरे प्रदेश में बिजली वितरण कंपनियों को ग्रिड के माध्यम से बिजली आपूर्ति का प्रबंधन करता है। अधिकारियों के अनुसार, यदि इन हमलों में से कोई भी सेंटर की प्रणाली में सेंध लगाने में सफल हो जाता है, तो पूरे राज्य की बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है।
⚡ बढ़ा खतरा, सतर्क एजेंसियां
इन हमलों की जानकारी कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN) सहित अन्य सुरक्षा और जांच एजेंसियों को नियमित रूप से भेजी जा रही है। कंपनी ने दावा किया है कि वर्तमान में सभी साइबर अटैक्स को सफलतापूर्वक रोका जा रहा है और सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित है।
⚡ अचानक बढ़े हमले, विदेशी लिंक उजागर
स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के अधीक्षण यंत्री राजेश गुप्ता के अनुसार, हाल के दिनों में हमलों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है। जहां पहले रोजाना केवल दो-चार प्रयास होते थे, अब यह संख्या अचानक 100 से अधिक हो गई है। कई प्रयास चीन और अन्य विदेशी IP एड्रेस से किए गए हैं, जिससे हमलों की अंतरराष्ट्रीय साजिश की आशंका भी जताई जा रही है।
⚡ उच्च स्तरीय साइबर सुरक्षा इंतजाम
साइबर खतरों से निपटने के लिए कंपनी ने कई स्तरों पर फायरवाल और स्वचालित निगरानी प्रणालियों को तैनात किया है। इन उपायों का उद्देश्य सिस्टम में किसी भी अवांछित बग या मैलवेयर के प्रवेश को रोकना है।
राज्य सरकार और बिजली विभाग ने इन हमलों को गंभीरता से लेते हुए निगरानी और सुरक्षा प्रोटोकॉल और सख्त करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल, बिजली व्यवस्था सुरक्षित है, लेकिन अधिकारियों ने लगातार सतर्क रहने की आवश्यकता दोहराई है।